राजस्थान की राजधानी जयपुर में हुई सभा में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि भाजपा का संकल्प है कि एक भी बांग्लादेशी घुसपैठिये को भारत में रहने नहीं देंगे, चुन-चुन कर निकाल देंगे.
जयपुर: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राजस्थान के विधानसभा चुनावों को 2019 के लोकसभा चुनाव का ट्रेलर बताते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से पूरी लगन के साथ इसके लिए जुट जाने की मंगलवार को अपील की.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, ‘चुनाव के पहले हर बार अख़लाक़ और अवॉर्ड वापसी जैसे मुद्दे लाए जाते हैं, लेकिन इन सबके बावजूद भगवा दल (भाजपा) हर चुनाव जीतेगा.’
शाह ने कहा, ‘अख़लाक़ हुआ तब भी जीते थे… अवॉर्ड वापसी हुई तब भी जीते थे… अब कुछ करेंगे तो भी जीतेंगे. भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता विजय के लिए दृढ़ निश्चित है.’
साथ ही, शाह ने राजस्थान में भाजपा की सरकार को अंगद का पांव बताते हुए कहा कि राज्य में इसे कोई उखाड़ नहीं सकता.
जयपुर की एक दिन की यात्रा पर आए शाह ने बिड़ला सभागार में स्थानीय निकायों के जनप्रतिनिधियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि ‘ट्रेलर भी अच्छी बनानी है और पिक्चर भी अच्छी बनानी है.’
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता यह नहीं सोचें कि विधायक, मंत्री या मुख्यमंत्री कौन बनेगा, बल्कि वे कमल के चिह्न को सामने रखकर और भारत माता की तस्वीर को याद करते हुए चुनाव के मैदान में जुट जाएं.
उन्होंने कहा कि महागठबंधन का उत्तर प्रदेश के अलावा कहीं कोई प्रभाव नहीं है.
शाह ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने भारतीय सेना को विश्व में सबसे आधुनिक बनाने के लिए 15 साल का एक खाका बनाया है. सरकार ने सेना को अत्याधुनिक संचार प्रणाली और हथियारों से लैस कर मनोबल उठाने का काम किया है, जबकि कांग्रेस ने सेना का मनोबल पाताल में पहुंचा दिया था.
एनआरसी लागू करने के लिए मोदी सरकार की प्रतिबद्वता को दोहराते हुए शाह ने कांग्रेस पर देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया.
शाह ने कहा, ‘वे मानवाधिकार की बात करते हैं. क्या देश में रह रहे गरीबों का मानवाधिकार नहीं होता. क्या देश की सुरक्षा को लेकर कोई चिंता नहीं है. देश में बम विस्फोट करने की योजना के साथ सैकड़ों की संख्या में आतंकवादी घुसपैठ करते हैं. आपके कार्यकाल में ऐसी तमाम घटनाएं हो चुकी हैं.’
इससे पहले शक्ति केंद्र सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ‘भाजपा का संकल्प है कि एक भी बांग्लादेशी घुसपैठिया को भारत में रहने नहीं देंगे, चुन-चुन कर निकाल देंगे.’
उन्होंने कहा कि राज्य में पार्टी की पहुंच हर बूथ तक है. उन्होंने कहा कि पार्टी के हर कार्यकर्ता को आगामी विधानसभा चुनाव को अपना चुनाव समझते हुए लड़ना चाहिए क्योंकि यह किसी विधायक, मंत्री या मुख्यमंत्री का चुनाव नहीं, बल्कि भाजपा का और उसके कार्यकर्ता के लिए चुनाव है.
शाह ने दोहराया कि अगर 2019 का चुनाव भाजपा का कार्यकर्ता जीत ले, तो ‘50 साल तक पंचायत से संसद तक भाजपा को कोई हरा नहीं सकेगा.’
इससे पहले यहां हवाई अड्डा पर पार्टी के स्थानीय नेताओं ने शाह का स्वागत किया. शाह यहां से मोती डूंगरी गणेश मंदिर गए और वहां पूजा अर्चना की.
मालूम हो कि साल 2015 में 50 वर्षीय मोहम्मद अख़लाक़ को उत्तर प्रदेश के दादरी में कथित तौर पर गोमांस खाने की वजह से पीट-पीट कर मार डाला गया था. इसके बाद देश में फैली असहिष्णुता के ख़िलाफ़ तमाम बड़े साहित्यकारों ने सरकार की ओर से मिले पुरस्कारों को वापस करना शुरू कर दिया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)