केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत को विश्वगुरु बनाने में युवाओं को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए.
कानपुर: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि हमारा देश विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर है और भारत को विश्वगुरु बनाने में युवाओं को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए.
सिंह ने उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर स्थित छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के 33वें दीक्षांत समारोह में बीते मंगलवार को यह कहा.
उन्होंने ज्ञान के सदुपयोग को समझाते हुए कहा कि अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले में शामिल विमान का पायलट शिक्षित था, लेकिन उसने लोगों की जानें लीं.
गृहमंत्री ने एक किताब की चर्चा करते हुए आईटी कंपनी इंफोसिस और आतंकवादी संगठन अल-कायदा के बीच के अंतर को समझाया.
उन्होंने कहा कि दोनों ही जगहों पर शिक्षित और समर्पित युवा काम करते हैं लेकिन फ़र्क़ सिर्फ नैतिक मूल्यों का है. नैतिक मूल्य नहीं होने से अल-कायदा से जुड़े युवा विध्वंसक बन गए.
उन्होंने कहा कि देश मज़बूत अर्थव्यवस्था बनकर उभर रहा है. भारत की ताकत राष्ट्रवाद, सांस्कृतिक विरासत और एकता है.
राजनाथ सिंह ने छात्र-छात्राओं को मेडल और डिग्रियां प्रदान की.
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि राज्य में उच्च शिक्षा अब ट्रैक पर आ गई है और आगे बढ़ रही है. नाईक इस बात की खुशी जताई कि अधिकांश मेडल और डिग्रियां छात्राओं को मिली हैं.
उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा ने एक शोध पोर्टल शुरू करने की बात कही. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षकों के लिए सातवां वेतन आयोग लागू करने के तहत 921 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)