पूर्वी उत्तर प्रदेश के महराजगंज ज़िले में स्थित चर्च के पादरी ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यहां सिर्फ प्रार्थना चल रही थी और शामिल होने वाले लोग अपनी मर्ज़ी से आए थे.
मामला शुक्रवार का है. ज़िले के सिसवा बाज़ार के कोठीभार थानाक्षेत्र में स्थित डढ़ौली गांव के चर्च में यह कार्यक्रम चल रहा था. चर्च ने संगठन के आरोपों को निराधार बताया है. संगठन की शिकायत के बाद मौके पर पहुंची कोठीभार पुलिस ने कार्यक्रम रुकवा दिया. उस वक़्त चर्च में आठ से दस अमेरिकी पर्यटकों के साथ लगभग 150 स्थानीय लोग मौजूद थे.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, हिंदु युवा वाहिनी के स्थानीय नेता कृष्णा नंदन ने अपने समर्थकों के साथ शुक्रवार दोपहर में धतौली स्थित चर्च को घेर लिया था. संगठन ने पादरी योहाना एडम पर हिंदू समुदाय के लोगों का ईसाई धर्म में परिवर्तन करवाने का भी आरोप लगाया.
पादरी योहाना एडम ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा, ‘सभी आरोप आधारहीन हैं, इसमें कोई सत्यता नहीं. यहां सिर्फ प्रार्थना चल रही थी और शामिल होने वाले लोग अपनी मर्ज़ी से आए थे.’
कोठीभार थानाध्यक्ष आनंद कुमार गुप्ता ने बताया, ‘इस कार्यक्रम की किसी भी तरह से इजाज़त नहीं ली गई थी. शिकायत मिलने पर हमने कार्यक्रम को रुकवा दिया है और मामले की जांच कर रहे हैं.’
संगठन के नेता कृष्णा नंदन ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘अमेरिकी नागरिकों का मौजूद होना इस बात को सच साबित करता है कि अनपढ़ लोगों को पैसे का लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है.’
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार ने बताया कि हिंदू युवा वाहिनी की ओर से मिली शिकायत पत्र में कहा गया है कि ज़िले के घुघली, सिसवा बाज़ार, परतावल, सोनबरसा, पनियरा, निचलौल और शेषपुर आदि कस्बों में प्रार्थना के नाम पर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है.
थानाध्यक्ष आनंद कुमार गुप्ता ने बताया कि सभी अमेरिकी नागरिकों से पूछताछ की गई. उनके पासपोर्ट और वीसा की जांच की गई. इसके लिए दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास से संपर्क किया गया था. जांच में दस्तावेज़ सही पाए गए जिसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया. जांच में धर्मांतरण की पुष्टि नहीं हुई है और शिकायत निराधार पाए गए हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में एसपी पी. कुमार ने भी कहा कि चर्च में सिर्फ प्रार्थना हो रही थी धर्मांतरण नहीं. कार्यक्रम के बारे में जानकारी मिली थी कि कुछ विदेशी नागरिक वहां आ रहे हैं.
There was no religious conversion,only prayers.Told them that they should have informed us that foreigners are visiting the area: P Kumar,SP pic.twitter.com/vaetXxzYPK
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 8, 2017
हिंदू युवा वाहिनी की स्थापना उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साल 2002 में की थी. उत्तर प्रदेश के 72 ज़िलों में इस संगठन की 86 इकाईयां हैं.