हरियाणा के रेवाड़ी ज़िले में बीते 12 सितंबर को 19 वर्षीय युवती का अपहरण करने के बाद सामूहिक बलात्कार किया गया था. पुलिस इससे पहले मुख्य आरोपी सहित तीन लोगों को गिरफ़्तार कर चुकी है.
चंडीगढ़: हरियाणा के रेवाड़ी की 19 साल की एक युवती का अपहरण कर सामूहिक बलात्कार की घटना के 10 दिनों बाद राज्य की पुलिस ने इस मामले में फ़रार चल रहे थलसेना के एक जवान सहित दो आरोपियों को रविवार को गिरफ़्तार कर लिया.
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बीएस संधु ने कहा कि मनीष और थलसेना के जवान पंकज की गिरफ़्तारी के साथ ही इस मामले में शामिल सभी प्रमुख आरोपियों को गिरफ़्तार किया जा चुका है.
संधु ने बताया, ‘इस मामले में फ़रार चल रहे दोनों प्रमुख आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया गया है.’
इससे पहले, 16 सितंबर को मुख्य आरोपी निशु के अलावा संजीव नाम के मेडिकल प्रैक्टिशनर और जहां पर युवती के साथ बलात्कार किया गया था उस ट्यूबवेल के मालिक दीनदयाल को गिरफ़्तार किया जा चुका है.
महेंद्रगढ़ ज़िले की एक अदालत ने शुक्रवार को नीशू की रिमांड चार दिन के लिए बढ़ा दी जबकि संजीव और दीनदयाल को न्यायिक हिरासत में भेजा गया था.
रेवाड़ी सामूहिक बलात्कार कांड पर देशभर में आक्रोश है. इस घटना के बाद विपक्षी पार्टियों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से नैतिक आधार पर इस्तीफ़ा मांगा है.
उनका आरोप है कि खट्टर की सरकार हरियाणा की बेटियों की हिफ़ाज़त में नाकाम रही है.
बीते 12 सितंबर को रेवाड़ी के पड़ोसी ज़िले महेंद्रगढ़ के कनीना कस्बे के बस स्टैंड से युवती का उस वक़्त अपहरण कर लिया गया था, जब वह कोचिंग क्लास करने के लिए जा रही थी.
पुलिस ने बताया था सिंचाई के लिए बने ट्यूबवेल के कमरे में युवती के साथ तीनों आरोपी- नीशू, थलसेना के जवान पंकज और मनीष ने सामूहिक बलात्कार किया था. तीनों आरोपी रेवाड़ी ज़िले में युवती के गांव के ही रहने वाले हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)