ईवीएम की गड़बड़ी को लेकर निर्वाचन आयोग को केजरीवाल ने बताया ‘धृतराष्ट्र’

दिल्ली में हुई प्रेस वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि आयोग अपने बेटे दुर्योधन को साम, दाम, दंड, भेद करके सत्ता दिलवाना चाहता है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल. (फोटो: पीटीआई)

दिल्ली में हुई प्रेस वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि आयोग अपने बेटे दुर्योधन को साम, दाम, दंड, भेद करके सत्ता दिलवाना चाहता है.

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल. फाइल फोटो: पीटीआई

ईवीएम को लेकर देश में छिड़े विवाद को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नया मोड़ दे दिया है. सोमवार को उन्होंने इस विवाद को बढ़ावा देते हुए निर्वाचन आयोग को धृतराष्ट्र कह दिया है. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, दिल्ली में आयोजित एक पत्रकारों वार्ता में केजरीवाल ने ईवीएम की गड़बड़ी और चुनाव आयोग की भूमिका को लेकर कहा दिया, ‘चुनाव आयोग धृतराष्ट्र बन गया है, जो अपने बेटे दुर्योधन को साम, दाम, दंड, भेद करके सत्ता में पहुंचना चाहता है.’

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, केजरीवाल ने कहा कि रविवार को कई जगह उपचुनाव में गड़बड़ ईवीएम का इस्तेमाल हुआ है. आरोप लगाते हुए उन्होंने राजस्थान के धौलपुर में 200 में से 18 ईवीएम में गड़बड़ी होने की बात कही.

उन्होंने चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें शक है कि ये सब कहीं चुनाव आयोग के इशारे पर तो नहीं हो रहा. उन्होंने कहा कि वो इंजीनियर हैं. आईआईटी से पढ़ाई की है और उन्हें पता है ईवीएम में गड़बड़ी की जा सकती है.

23 अप्रैल को होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी ने ईवीएम की जगह बैलट पेपर से चुनाव करवाने की मांग की है और कहा है कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में गड़बड़ ईवीएम का इस्तेमाल हुआ है. वहीं चुनाव आयोग ने केजरीवाल के आरोपों को ख़ारिज करते हुए उन्हें बेबुनियाद बताया है.

केजरीवाल का कहना है कि कोई भी बटन दबाने से वोट भाजपा को ही जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया है कि दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए मशीनें राजस्थान से मंगवाई जा रही हैं, जबकि दिल्ली में पहले से ही 15,000 मशीनें उपलब्ध हैं.

निर्वाचन आयोग पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव में 2006 से पहले की पुरानी मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जबकि 2006 से 2013 की मशीनें उपलब्ध हैं.

प्रेस वार्ता में केजरीवाल ने तंज़ करते हुए कहा, ‘इससे अच्छा है कि भाजपा को विजयी घोषित कर दो. ईवीएम का सॉफ्टवेयर बदल दिया गया है, जिससे भाजपा के पक्ष में वोट जा रहे हैं. उन्होंने चुनाव आयोग को चुनौती भी दी है कि आयोग ईवीएम उनको सौंपे तो वे उसमें गड़बड़ी कैसे होती है, ये सबके सामने ले आएंगे.