अलवर ज़िले के बहरोड़ स्थित अदालत में सुनवाई के लिए जा रहे थे गवाह. अलवर में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या आठ पर हुआ हमला. पुलिस ने अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया.
राजस्थान में पिछले साल गोतस्करी के संदेह में भीड़ द्वारा पीट-पीट कर मार दिए गए पहलू ख़ान के बेटे सहित मामले के अन्य गवाहों पर शनिवार को हमला किया गया.
शनिवार को मृतक पहलू ख़ान के दो बेटे सहित मामले के अन्य गवाह अलवर ज़िले के बहरोड़ स्थित अदालत में सुनवाई के लिए जा रहे थे. इस दौरान अलवर में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 पर इनकी कार पर अज्ञात लोगों ने फायरिंग की.
पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज कर लिया है और आगे कोर्ट की सुनवाई के दौरान परिवार को सुरक्षा दिए जाने की भी बात की है. वहीं पहलू ख़ान के परिवारवालों का कहना है कि अगली सुनवाई से पहले वे लोग मामले की सुनवाई बहरोड़ से अलवर करने की मांग अदालत से करेंगे.
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में पहलू ख़ान के बेटे इरशाद और आरिफ़ के वकील असद हयात ने बताया कि वह इन लोगों के साथ कार में थे जब काले रंग की बिना नंबर प्लेट की एक एसयूवी ने उनकी गाड़ी को रोकने की कोशिश की.
असद हयात ने बताया, ‘मैं इस मामले के गवाहों अज़मत (28), रफीक़ (25), पहलू ख़ान के बेटे इरशाद (28), आरिफ़ (21) और कार के ड्राइवर के साथ कार में था. हम मामले की गवाही के लिए बहरोड़ जा रहे थे लेकिन जब हमने नीमराणा पार किया तो बिना नंबर प्लेट की एक काली स्कॉर्पियो ने हमारी गाड़ी को ओवरटेक करने की कोशिश और गाड़ी रोकने का प्रयास किया.’
पहलू ख़ान के बेटे इरशाद ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बताया कि जब हम लोगों ने अपनी कार नहीं रोकी तो काली एसयूवी में बैठे लोगों ने हम पर फायरिंग शुरू कर दी. इरशाद ने कहा, ‘वह गाड़ी हमारे नज़दीक आई और उसमें बैठे लोगों ने हाथ बाहर निकालकर हमारी गाड़ी रोकने का इशारा किया. उन्होंने कहा, रोको गाड़ी-रोको गाड़ी. हम गाड़ी रोकने वाले थे लेकिन हमने नहीं रोकी क्योंकि उस पर नंबर प्लेट नहीं थी. तब उनकी गाड़ी हमारे और नज़दीक आई और उसमें बैठे लोगों ने हमें गालियां देते हुए गाड़ी रोकने को कहा. इसके बाद उन्होंने हमारी गाड़ी को ओवरटेक किया और फायरिंग शुरू कर दी.’
अलवर के एसपी राजेंद्र सिंह ने बताया, ‘इस संबंध में नीमराणा में अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. आईपीसी के धारा 307 (हत्या की कोशिश) और 507 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है.’
पिछले साल एक अप्रैल को इरशाद और आरिफ़ अपने पिता पहलू ख़ान के साथ उस ट्रक में ही थे जब उन पर और उनके साथ रहे अज़मत और रफ़ीक़ पर कथित गोरक्षकों की भीड़ ने अलवर स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 पर हमला कर दिया था.
उस वक़्त वे लोग राजस्थान से मवेशी ख़रीदकर हरियाणा जा रहे थे. कथित गोरक्षकों के इस हमले 55 वर्षीय डेयरी किसान पहलू ख़ान को बुरी तरह से पीटा था. घटना के दो दिन बाद गंभीर रूप से घायल पहलू ख़ान ने दम तोड़ दिया था.