बुधवार सुबह रुपया 73.26 पर खुला था. इसमें गिरावट लगातार जारी रही. डॉलर के मुकाबले 43 पैसे गिरकर 73.34 रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया.
मुंबई: तेल की बढ़ती वैश्विक कीमतों और पूंजी निकासी जारी रहने के बीच आयातकों से अमेरिकी मुद्रा के लिए मजबूत मांग के चलते भारतीय रुपया बुधवार को पहली बार डॉलर के मुकाबले गिरकर रिकॉर्ड 73 रुपये से नीचे चला गया.
इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज (फॉरेक्स) बाजार में घरेलू मुद्रा शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 43 पैसे गिरकर 73.34 रुपये पर पहुंच गया.
रुपया 73.26 पर खुला तथा आगे और गिरकर डॉलर के मुकाबले 73.34 रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया.
इससे पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि रुपये में गिरावट वैश्विक कारकों की वजह से है. उन्होंने जोर देकर कहा कि अन्य मुद्राओं की तुलना में रुपये की स्थिति बेहतर है.
वित्त मंत्री ने कहा कि यदि आप घरेलू आर्थिक स्थिति और वैश्विक स्थिति को देखें, तो इसके पीछे कोई घरेलू कारक नजर नहीं आएगा. इसके पीछे वजह वैश्विक है. जेटली ने कहा कि डॉलर लगभग सभी मुद्राओं की तुलना में मजबूत हुआ है. वहीं दूसरी ओर रुपया मजबूत हुआ है या सीमित दायरे में रहा है.
उन्होंने कहा कि रुपया कमजोर नहीं हुआ है. यह अन्य मुद्राओं मसलन पाउंड और यूरो की तुलना में मजबूत हुआ है.
हालांकि रुपये में ऐतिहासिक गिरावट जारी है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)