किसी भी क़ीमत पर कुलभूषण जाधव को वापस लाएंगे: सुषमा

विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज ने कहा कि अगर कुलभूषण जाधव को फांसी हुई तो भारत और पाकिस्‍तान के द्विपक्षीय संबंधों पर विपरीत असर पड़ेगा. जाधव केवल अपने मां-बाप के बेटे नहीं, बल्कि पूरे हिंदुस्‍तान के बेटे हैं.

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विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (फोटो: पीटीआई)

विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज ने कहा कि अगर कुलभूषण जाधव को फांसी हुई तो भारत और पाकिस्‍तान के द्विपक्षीय संबंधों पर विपरीत असर पड़ेगा. जाधव केवल अपने मां-बाप के बेटे नहीं, बल्कि पूरे हिंदुस्‍तान के बेटे हैं.

Sushma Swaraj PTI
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (फोटो: पीटीआई)

भारतीय नौसेना के पूर्व अफसर कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में फांसी की सज़ा सुनाई जाने पर केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सदन में पाकिस्तान की आलोचना की. सुषमा ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुआ कहा है कि अगर जाधव को फांसी हुई तो पाकिस्तान को गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा.

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, सुषमा ने सदन के भीतर जाधव के फांसी के फैसले पर पाकिस्तान को चेतावनी देते हुआ कहा, ‘मैं पाकिस्तान सरकार को इस मामले पर कोई भी कदम उठाने से पहले दोनों देशों के बीच के द्विपक्षीय रिश्तों की तरफ ध्यान देने के लिए कहूंगी.’

वो यहीं नहीं रुकी सुषमा ने आगे कहा, ‘हिंदुस्तान को इस बेटे को बचाने के लिए अच्छा वकील खड़ा करना तो बहुत छोटी बात है, हम राष्ट्रपति तक भी बात करेंगे.’ उन्होंने सदन में आश्वासन दिया है कि वो जाधव को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगी.

वहीं, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा है कि भारत इस सजा की पुरजोर शब्‍दों में निंदा करता है. उन्‍होंने जोर देकर कहा कि भारत इस मसले पर किसी भी हद तक जाने को तैयार है. भारत कुलभूषण के लिए हर संभव प्रयास करेगा. उन्‍होंने कहा कि इस मामले में न्‍याय के सिद्धांतों की अनदेखी हुई है. कुलभूषण को बचाव के लिए वकील तक मुहैया नहीं कराया गया.

लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सदन में कहा, ‘अगर उन्हें फांसी होती है तो सोचा समझा मर्डर हम उसे कहेंगे.’  सरकार को घेरते हुए खड़गे ये भी कह दिया कि अगर उसे बचा नहीं पाए तो यह सरकार की कमज़ोरी मानी जाएगी.

हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी कुलभूषण जाधव के मामले पर कहा है कि सरकार को अपनी विशेष ताक़त का इस्तेमाल कर उन्होंने वापस भारत लाना चाहिए. फिलहाल सरकार की प्राथमिकता जाधव की ज़िंदगी बचाना ही होनी चाहिए.

ओवैसी ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए पाकिस्तान सेना की अदालत को ‘बनाना कोर्ट’ कहा. साथ ही कहा कि बिना सबूत के फैसला सुनाया गया है. बता दें कि पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने कुलभूषण जाधव को जासूसी के आरोप में फांसी की सजा सुनाई है.