विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि अगर कुलभूषण जाधव को फांसी हुई तो भारत और पाकिस्तान के द्विपक्षीय संबंधों पर विपरीत असर पड़ेगा. जाधव केवल अपने मां-बाप के बेटे नहीं, बल्कि पूरे हिंदुस्तान के बेटे हैं.
भारतीय नौसेना के पूर्व अफसर कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में फांसी की सज़ा सुनाई जाने पर केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सदन में पाकिस्तान की आलोचना की. सुषमा ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुआ कहा है कि अगर जाधव को फांसी हुई तो पाकिस्तान को गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा.
I would caution Pakistan govt to consider the consequences for our bilateral relationship if they proceed on this matter:Sushma Swaraj in RS
— ANI (@ANI) April 11, 2017
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, सुषमा ने सदन के भीतर जाधव के फांसी के फैसले पर पाकिस्तान को चेतावनी देते हुआ कहा, ‘मैं पाकिस्तान सरकार को इस मामले पर कोई भी कदम उठाने से पहले दोनों देशों के बीच के द्विपक्षीय रिश्तों की तरफ ध्यान देने के लिए कहूंगी.’
Will go out of the way to save him, wo poore Hindustan ka beta hai:Sushma Swaraj in Rajya Sabha on Kulbhushan Jadhav pic.twitter.com/2h9ICrtqJm
— ANI (@ANI) April 11, 2017
Hindustan ke iss bete ko bachane ke liye acha vakeel khada karna toh bohot chhoti baat hai, hum President tak bhi baat karenge: EAM Swaraj
— ANI (@ANI) April 11, 2017
वो यहीं नहीं रुकी सुषमा ने आगे कहा, ‘हिंदुस्तान को इस बेटे को बचाने के लिए अच्छा वकील खड़ा करना तो बहुत छोटी बात है, हम राष्ट्रपति तक भी बात करेंगे.’ उन्होंने सदन में आश्वासन दिया है कि वो जाधव को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगी.
वहीं, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा है कि भारत इस सजा की पुरजोर शब्दों में निंदा करता है. उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत इस मसले पर किसी भी हद तक जाने को तैयार है. भारत कुलभूषण के लिए हर संभव प्रयास करेगा. उन्होंने कहा कि इस मामले में न्याय के सिद्धांतों की अनदेखी हुई है. कुलभूषण को बचाव के लिए वकील तक मुहैया नहीं कराया गया.
लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सदन में कहा, ‘अगर उन्हें फांसी होती है तो सोचा समझा मर्डर हम उसे कहेंगे.’ सरकार को घेरते हुए खड़गे ये भी कह दिया कि अगर उसे बचा नहीं पाए तो यह सरकार की कमज़ोरी मानी जाएगी.
Hope our govt will use its power,influence&do all efforts to bring him back.Priority should be to save his life: A Owaisi #KulbhushanJadhav pic.twitter.com/RayILA9N90
— ANI (@ANI) April 11, 2017
हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी कुलभूषण जाधव के मामले पर कहा है कि सरकार को अपनी विशेष ताक़त का इस्तेमाल कर उन्होंने वापस भारत लाना चाहिए. फिलहाल सरकार की प्राथमिकता जाधव की ज़िंदगी बचाना ही होनी चाहिए.
Pak military court is a banana court where they have given a judgement without any evidence: Asaduddin Owaisi,AIMIM in LS #KulbhushanJadhav
— ANI (@ANI) April 11, 2017
ओवैसी ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए पाकिस्तान सेना की अदालत को ‘बनाना कोर्ट’ कहा. साथ ही कहा कि बिना सबूत के फैसला सुनाया गया है. बता दें कि पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने कुलभूषण जाधव को जासूसी के आरोप में फांसी की सजा सुनाई है.