गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस सदस्यों की संख्या 16 से घटकर 14 हो गई है. अब तक विधानसभा में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी थी. दयानंद शिरोडकर ने दावा किया कि अभी और दो-तीन कांग्रेस विधायक भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं.
पणजी: गोवा में कांग्रेस के दो विधायकों ने मंगलवार को राज्य विधानसभा से इस्तीफा दे दिया. इससे राज्य में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. विधानसभा अध्यक्ष प्रमोद सावंत ने बताया कि इसके साथ ही 40 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस सदस्यों की संख्या 16 से घटकर 14 हो गई है और राज्य में सबसे बड़ी पार्टी होने का दर्जा भी उससे छिन गया है.
सावंत ने बताया, ‘कांग्रेस विधायक सुभाष शिरोडकर और दयानंद सोप्ते ने विधानसभा के सदस्य के रूप में अपना इस्तीफा मेरे कार्यालय को भेजा है. हमें उनका इस्तीफा मिल गया है.’
सोप्ते (54) उत्तरी गोवा ज़िले में मंड्रेम विधानसभा क्षेत्र से और शिरोडकर (66) दक्षिण गोवा जिले में शिरोडा से विधायक थे.
दोनों विधायक सोमवार रात में दिल्ली गए थे जिससे यह अटकलें लगने लगी थीं कि वे कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो सकते हैं.
कांग्रेस विधायक दयानंद सोपते और सुभाष शिरोडकर मंगलवार सुबह केंद्रीय मंत्री श्रीपद नायक के साथ दिल्ली आए और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद सुभाष शिरोडकर ने कहा कि वे भाजपा में शामिल हो रहे हैं.
मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के लंबे समय से बीमार रहने के कारण गोवा में राजनीतिक गतिविधियों में तेज़ी देखने को मिल रही हैं. इस समय गोवा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के डॉक्टर यहां पर्रिकर के निजी आवास में उनका इलाज कर रहे हैं.
सोप्ते और शिरोडकर के इस्तीफों से पूर्व कांग्रेस राज्य विधानसभा में 16 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी थी.
गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा में पर्रिकर सरकार के समर्थन में 23 विधायक हैं. इस सरकार को भाजपा के 14 विधायक, गोवा फॉरवर्ड पार्टी और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के तीन-तीन विधायक और तीन निर्दलीय समर्थन कर रहे हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई को दिए अपने बयान में शिरोडकर ने दावा किया कि अभी दो-तीन विधायक और भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं.
We are joining BJP today. We expect 2-3 more MLAs to come, not today but in the coming days: Subhash Shirodkar after meeting BJP President Amit Shah #Delhi pic.twitter.com/2VPAZFCh73
— ANI (@ANI) October 16, 2018
मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की ख़राब स्वस्थ्य के चलते राज्य में सियासी संकट मंडरा रहा था. पिछले महीने कांग्रेस ने सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते राज्यपाल के पास सरकार बनाने का दावा पेश कर आई थी.
इससे पहले गोवा विधानसभा में कांग्रेस के पास 16 विधायक (अब 14) थे, जबकि भाजपा के पास 14 विधायक. भाजपा सरकार को महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और गोवा फॉरवर्ड पार्टी के तीनों विधायकों का समर्थन हासिल है. इसके अलावा तीन निर्दलीय और एक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक का समर्थन भी पर्रिकर सरकार को मिला हुआ है.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को 15 सितंबर को एम्स में भर्ती कराया गया था. वह पिछले सात महीनों से गोवा, मुंबई, न्यूयॉर्क और अब नई दिल्ली में इलाज करा रहे हैं. पर्रिकर को डॉक्टरों ने एक सप्ताह आराम करने की सलाह दी है. दिल्ली के एम्स में इलाज करा रहे पर्रिकर को रविवार को डिस्चार्ज कर दिया गया था.
मुख्यमंत्री के निजी सचिव रूपेश कामत ने कहा, ‘मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की सेहत में और सुधार हुआ है. उन्होंने मंगलवार सुबह अपने परिवार के सदस्यों से बातचीत की. डॉक्टरों ने उन्हें एक सप्ताह आराम करने की सलाह दी है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)