नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर को जदयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया

जदयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने बताया कि किशोर की नियुक्ति से पार्टी को अपना जनाधार व्यापक बनाने में मदद मिलेगी.

/
Patna: Bihar Chief Minister and Janta Dal United JD(U) National President Nitish Kumar greets electoral strategist Prashant Kishor after he joined JD(U) during party's state executive meeting at Anne Marg, in Patna, Sunday, Sept 16, 2018. (PTI Photo)(PTI9_16_2018_000034B)
Patna: Bihar Chief Minister and Janta Dal United JD(U) National President Nitish Kumar greets electoral strategist Prashant Kishor after he joined JD(U) during party's state executive meeting at Anne Marg, in Patna, Sunday, Sept 16, 2018. (PTI Photo)(PTI9_16_2018_000034B)

जदयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने बताया कि किशोर की नियुक्ति से पार्टी को अपना जनाधार व्यापक बनाने में मदद मिलेगी.

Patna: Bihar Chief Minister and Janta Dal United JD(U) National President Nitish Kumar greets electoral strategist Prashant Kishor after he joined JD(U) during party's state executive meeting at Anne Marg, in Patna, Sunday, Sept 16, 2018. (PTI Photo)(PTI9_16_2018_000034B)
प्रशांत किशोर और नीतीश कुमार. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: जनता दल (यूनाइटेड) अध्यक्ष नीतीश कुमार ने मंगलवार को प्रशांत किशोर को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया. इस नियुक्ति से किशोर एक तरह से पार्टी में दूसरे सबसे ताकतवर नेता बन गए हैं.

चुनावी रणनीतिकार के रूप में कई पार्टियों के लिए काम कर चुके किशोर हाल ही में बिहार में सत्ताधारी पार्टी में शामिल हुए थे.

किशोर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का क़रीबी माना जाता है.

जदयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने बताया कि किशोर की नियुक्ति से पार्टी को अपना जनाधार व्यापक बनाने में मदद मिलेगी.

इससे पहले बीते 16 सितंबर को प्रशांत किशोर ने जदयू में शामिल हुए थे.

मालूम हो कि प्रशांत किशोर ने 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा, 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान राजद, जदयू और कांग्रेस महागठबंधन और 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के लिए प्रचार अभियान किया था. हालांकि, उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को प्रशांत किशोर जीत दिलाने में असफल रहे थे पर पंजाब में वे उसे जीत दिलाने में सफल रहे थे.

वर्ष 2012 के गुजरात विधानसभा चुनाव और 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रशांत किशोर को नरेंद्र मोदी के चुनावी रणनीतिकार के तौर पर जाना गया था. कहा जाता है कि 2014 में भाजपा के प्रचार को ‘मोदी लहर’ में बदलने के पीछे उनकी बड़ी भूमिका थी.

प्रशांत ने बाद में भाजपा के धुर विरोधियों से हाथ मिला लिया और 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू के चुनावी रणनीतिकार की भूमिका निभाते हुए महागठबंधन को भारी जीत दिलायी थी.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, इंडियन पॉलीटिकल एक्शन कमेटी (आई-पैक) की स्थापना करने वाले किशोर में भाजपा से अलग होने के बाद साल 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान जदयू के लिए प्रचार किया था.

चुनाव में जदयू, राजद और कांग्रेस महागठबंधन की सफलता के बाद नीतीश कुमार ने योजनाओं और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन के लिए प्रशांत किशोर का अपना सलाहकार बना लिया. उस वक़्त किशोर कैबिनेट मंत्री का दर्जा रखते थे.

हालांकि पिछले साल जदयू ने राजद और कांग्रेस महागठबंधन से नाता तोड़कर भाजपा से हाथ मिला लिया था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)