पुणे में सेना के एक अस्पताल में काम करने वाली महिला का मामला. बीते जून महीने में वीडियो कॉल कर इशारों में बलात्कार और यौन शोषण की आपबीती बताई थी.
इंदौर: पुणे में सेना के एक अस्पताल में काम करने वाली 34 वर्षीय मूक बधिर महिला के साथ बलात्कार और यौन उत्पीड़न के आरोपों में मंगलवार रात को चार फौजी कर्मचारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
महिला ने इशारों में अपने साथ हुए हादसे की जानकारी वीडियो काल के जरिए दी थी. इस संबंध में मामला पुणे के खड़की पुलिस थाने में चार फौजी कर्मचारियों पर दर्ज हुआ है.
इंदौर के तुकोगंज थाने में मूक-बधिर व्यक्तियों की मदद के लिए चलाए जा रहे पुलिस सहायता केंद्र के मुख्य समन्वयक ज्ञानेंद्र पुरोहित ने बुधवार को बताया कि पीड़ित महिला ने वीडियो कॉल के जरिए जून में उनसे संपर्क कर इशारों से अपने कथित यौन शोषण के बारे में बताया था.
पुरोहित ने महिला के हवाले से बताया कि पुणे के खड़की स्थित मिलिट्री हॉस्पिटल के चार फौजी सहकर्मियों ने वहां भिन्न भिन्न मौकों पर डरा-धमकाकर उसका यौन शोषण किया.
उन्होंने अस्पताल में काम करने वाले कुछ लोगों को इशारों में आपबीती बताने की कोशिश भी की. लेकिन वे उनकी बात समझ नहीं सके.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक पीड़ित महिला की उम्र 30 साल है और उनका 12 साल का एक बेटा है. महिला साल 2014 से आर्मी अस्पताल में काम कर रही थी.
महिला की शिकायत के मुताबिक एक जवान ने चार साल पहले उस महिला का बलात्कार किया जब वो नाइट शिफ्ट पर काम कर रही थी. जब उसने शिकायत करने की कोशिश की तो सुपरवाइजर ने भी आरोपी के साथ मिलकर बलात्कार किया.
बाद में दो अन्य जवानों ने महिला का यौन उत्पीड़न कर उनका वीडियो बनाया और ब्लैकमेल किया.
सांकेतिक भाषा के जानकार ने बताया कि उन्होंने पांच जुलाई को पुणे के इस मिलिट्री हॉस्पिटल जाकर अस्पताल प्रशासन को महिला की शिकायत के बारे में बताया.
इसके साथ ही, मिलिट्री हॉस्पिटल के कमांडेंट को औपचारिक पत्र सौंपकर उनसे अनुरोध किया था कि मामले में उचित कदम उठाए जाएं. पुरोहित की पत्नी मोनिका भी मूक-बधिर समुदाय के हितों में काम करती हैं और सांकेतिक भाषा की जानकार हैं.
उन्होंने बताया कि मोनिका ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और फौज के आला अधिकारियों को छह अगस्त को ई-मेल भेज कर इस घटना की जानकारी दी थी.
इस ई-मेल के जरिए उस वीडियो का लिंक भी भेजा गया था जिसमें पीड़ित महिला अपने यौन शोषण की कथित दास्तां इशारों की जुबान में बयान करती दिखाई दे रही है.
पुरोहित ने कहा, ‘पीड़ित महिला अपने जन्म से ही बोल और सुन नहीं सकती. उनके पति का पिछले साल निधन हो चुका है. उनकी शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद हमें लग रहा है कि उनकी सहायता के लिए हमारे प्रयास सफल हो गए. हम चाहते हैं कि उन्हें आगे भी इंसाफ मिले.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)