अमृतसर के जोड़ा फाटक पर हुआ हादसा. पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू रावण दहन कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं. लोगों ने पूर्व विधायक के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की. नवजोत कौर ने कहा कि हादसे की राजनीति करना ठीक नहीं.
अमृतसर/नई दिल्ली: पंजाब में अमृतसर के निकट शुक्रवार देर शाम रावण दहन देखने के लिए रेल की पटरियों पर खड़े लोगों के ट्रेन की चपेट में आने से कम से कम 61 लोगों की मौत हो गई जबकि 72 अन्य घायल हो गए हैं.
ट्रेन जालंधर से अमृतसर आ रही थी तभी जोड़ा फाटक पर यह हादसा हुआ. मौके पर कम से कम 300 लोग मौजूद थे जो पटरियों के निकट एक मैदान में रावण दहन देख रहे थे.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, हादसे के वक़्त तकरीबन 300 लोग धोबी घाट मैदान पर थे. यह जगह अमृतसर स्टेशन से दो किलोमीटर दूर है.
रावण दहन के वक्त 74643 जालंधर-अमृतसर डीएमयू लोगों के ऊपर से गुज़र गई. इसके बाद दूसरी पटरी पर 13006 अमृतसर-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन आ गई और उन लोगों को अपनी चपेट में ले लिया जो डीएमयू से बचने के लिए दूसरी पटरी पर खड़े हो गए थे.
इस हादसे में रामलीला में रावण का किरदार निभा रहे दलबीर सिंह को उनके परिवार ने खो दिया. उनकी मां ने अपनी बहू के लिए सरकारी नौकरी की मांग की है. दलबीर का आठ महीने का एक बच्चा है.
अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की संख्या बढ़कर 61 हो गई है.
इससे पहले अमृतसर के प्रथम उपमंडलीय मजिस्ट्रेट राजेश शर्मा ने 58 लोगों की मौत की पुष्टि की थी. उन्होंने कहा था कि कम से कम 72 घायलों को अमृतसर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
Residents said Navjyot Kaur Siddhu, (wife of Congress minister Navjyot Singh Siddhu),who was the chief guest at the event, sped away in her car.Also said that they had informed Railways about the Dussehra celebrations,but the train continued to speed #Amritsar pic.twitter.com/Bp68hw3Je1
— Vijaita Singh (@vijaita) October 19, 2018
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने हालांकि मृतकों की संख्या 40 बताते हुए कहा कि आंकड़ा बढ़ सकता है.
अधिकारियों ने बताया कि रावण दहन और पटाखे फूटने के बाद भीड़ में से कुछ लोग रेल पटरियों की ओर बढ़ने लगे जहां पहले से ही बड़ी संख्या में लोग खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे.
उन्होंने बताया कि उसी वक़्त दो विपरीत दिशाओं से एक साथ दो ट्रेनें आईं और लोगों को बचने का बहुत कम समय मिला.
इस घटना के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई, बदहवास लोग अपने क़रीबियों को तलाशने लगे. क्षत-विक्षत शव घटना के घंटों बाद भी घटनास्थल पर पड़े थे क्योंकि नाराज़ लोग प्रशासन को शव हटाने नहीं दे रहे थे.
कई शवों की पहचान भी नहीं हो सकी.
त्रासदीपूर्ण घटना को लेकर राजनीति ठीक नहीं: पूर्व विधायक नवजोत कौर सिद्धू
लोगों ने पूर्व स्थानीय विधायक और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू के ख़िलाफ़ नारेबाजी की जो रावण दहन कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर वहां मौजूद थीं.
उन्होंने बाद में कहा कि हादसे के फौरन बाद वह अस्पताल पहुंचीं. रेलवे को यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि दशहरा आयोजन के दौरान ट्रैक के इस खंड पर ट्रेन की रफ्तार धीमी रहे.
The effigy of Ravan was burnt&I had just left the site when the incident happened. Priority is to get the injured treated. Dussehra celebrations are held there every year. People who are doing politics over this incident should be ashamed : Navjot Kaur Sidhu,on #Amritsar accident pic.twitter.com/QEsjoEdzS3
— ANI (@ANI) October 19, 2018
नवजोत कौर ने कहा, ‘हर साल वहां दशहरा आयोजन होता है.’ उन्होंने कहा कि वह हादसे से पहले ही वहां से चली गई थीं.
मालूम हो कि इस हादसे के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया. कुछ लोगों ने पंजाब कांग्रेस की नेता नवजोत कौर सिद्धू पर आरोप लगाया कि हादसे के बाद वह घटनास्थल से चली गई थीं. ने इस आरोपों से इनकार किया है कि वे रेल हादसे के बाद घटनास्थल से चली गई थीं.
नवजोत कौर ने कहा कि इस त्रासदीपूर्ण घटना को लेकर राजनीति की जाना शर्मनाक है. एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, ‘उन्होंने कहा, मैंने घर लौटने के बाद ही मौतों के बारे में सुना. मैंने पुलिस आयुक्त को फोन किया और पूछा कि क्या मुझे वापस आना चाहिए? लेकिन उन्होंने कहा कि वहां बहुत अराजक माहौल है. इसलिए मैंने फैसला किया कि मुझे कम से कम उन लोगों को बचाना चाहिए जो घायल हो गए हैं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है.’
अमृतसर के सिविल अस्पताल में घायलों को देखने कांग्रेस नेता और मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि यह बहुत ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. यह लापरवाही का मामला है लेकिन ऐसा जान-बूझकर नहीं किया जाता. ट्रेन स्पीड से आ रही थी और हॉर्न भी नहीं बजाया गया. मामले की जांच के मुख्यमंत्री ने आदेश दे दिए हैं.
रेलवे ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
रेलवे ने अमृतसर में शुक्रवार देर शाम हुए ट्रेन हादसे के पीड़ितों के परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि 01832223171 और 01832564485 नंबरों पर फोन करके हादसे के बारे में जानकारी ली जा सकती है.
मनावला स्टेशन का फोन नंबर 0183-2440024, 0183-2402927 और फ़िरोज़पुर का हेल्पलाइन नंबर 01632-1072 है.
ग़मगीन लोगों ने साझा किए दिल दहला देने वाले अनुभव
इस घटना के बाद परेशान लोगों ने अपने दिल दहलाने वाले अनुभव साझा किए. एक गमगीन महिला ने कहा, ‘मैंने अपना नाबालिग बेटा खो दिया. मुझे मेरा बेटा लौटा दो.’
#WATCH The moment when DMU train 74943 ran over people who were watching #Dussehra celebrations in Choura Bazar near #Amritsar (Source Unverified) pic.twitter.com/XJN37vB0md
— ANI (@ANI) October 19, 2018
एक स्थानीय शख़्स ने कहा, ‘कई बार हमने अधिकारियों और स्थानीय नेताओं से कहा है कि इस मुद्दे को रेलवे के साथ उठाएं कि दशहरे के दौरान फाटक के पास ट्रेनों की गति को कम रखी जाए, लेकिन किसी ने हमारी बात नहीं सुनी.’
एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि पटाखों के शोर की वजह से लोगों को आ रही ट्रेन की आवाज़ नहीं सुन सकी.
इस बीच पंजाब सरकार ने शनिवार को एक दिन के शोक का ऐलान किया है. दफ्तर और शिक्षण संस्थान शनिवार को बंद रहेंगे.
घटना के जांच के आदेश, प्रधानमंत्री और पंजाब के मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं.
उन्होंने कहा, ‘अभी मुझे नहीं पता है कि रेलवे स्टेशन के बगल में रावण का यह पुतला क्यों बनाया गया था. लेकिन प्रशासन इसे देखेगा और हम इसकी जांच करेंगे.’
सिंह ने अपना तयशुदा इसराइल दौरा स्थगित कर दिया है और वह शनिवार सुबह अमृतसर जा रहे हैं. पंजाब सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिये पांच-पांच लाख रुपये के मुआवज़े का भी ऐलान किया है.
मुख्यमंत्री ने दुर्घटना में घायल हुए सभी लोगों के लिए मुफ्त इलाज की घोषणा की है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया है. मोदी ने अधिकारियों को तत्काल सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए हैं.
मोदी ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिये 50 हजार रुपये के मुआवज़े का ऐलान किया है.
मोदी ने ट्वीट में कहा, ‘अमृतसर में ट्रेन हादसे से बेहद दुखी हूं. यह दुख भरी घटना दिल दहलाने वाली है.’
उन्होंने कहा, ‘मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने परिजन को खोया है और मैं घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. ज़रूरतमंद लोगों को तत्काल सहायता पहुंचाने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया है.’
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, ‘पंजाब के अमृतसर में रेल की पटरी पर हुए हादसे की खबर सुनकर दुखी हूं.’
रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्विनी लोहानी और उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विश्वेष चौबे ने घटनास्थल पर जाकर मुआयना किया.
रेल मंत्री पीयूष गोयल फिलहाल अमेरिका में हैं और वह वहां अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर वापस लौट रहे हैं.
गोयल ने अमेरिका से ट्वीट किया, ‘अमृतसर में हुए भयंकर ट्रेन हादसे की घटना से हैरान और दुखी हूं. पीड़ितों के परिवारों के लिए मेरी संवेदनाएं हैं। मैं घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना करता हूं. रेलवे ने तुरंत राहत एवं बचाव अभियान शुरू कर दिया है.’
हादसे के बाद से जालंधर-अमृतसर मार्ग पर रेल सेवा पूरी तरह से बाधित रही. रेलवे के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि कुछ ट्रेनों का जहां रास्ता बदला गया है वहीं कई को जालंधर के पास रोककर रखा गया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)