उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले परिवार में समाजवादी पार्टी की कमान को लेकर हुए विवाद के बाद से शिवपाल यादव हाशिये पर चल रहे थे. उन्होंने सपा से अलग होकर समाजवादी सेकुलर मोर्चा नाम का एक संगठन बनाया था.
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के नेतृत्व से नाराज होकर समाजवादी सेकुलर मोर्चा (एसएसएम) गठित करने वाले उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी का पंजीयन हो गया है और उसे ‘प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया’ नाम मिला है.
शिवपाल ने लखनऊ में आयोजित पार्टी के एक कार्यक्रम में कहा, ‘हमारी पार्टी का रजिस्ट्रेशन हो गया है. पार्टी का नाम है प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया.’
मालूम हो कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सपा अध्यक्ष बनने के बाद हाशिये पर पहुंचे शिवपाल ने ‘उपेक्षा’ से नाराज होकर बीते अगस्त में समाजवादी सेकुलर मोर्चे का गठन किया था. उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया था.
उत्तर प्रदेश के इटावा ज़िले की जसवंतनगर सीट से अब भी सपा के विधायक शिवपाल ने किसी का नाम लिये बगैर कहा कि वह हमेशा सपा में एकजुटता चाहते थे, लेकिन कुछ चापलूसों की वजह से उन्हें मजबूरन पार्टी से किनारा करना पड़ा.
कार्यक्रम में पूर्व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला ने शिवपाल का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी पार्टी आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में बड़ी सियासी ताकत बनेगी.
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी की कमान को लेकर 2017 विधानसभा चुनाव से पहले यादव परिवार में काफी घमासान हुआ था. इस घमासान के बाद अखिलेश यादव ने पार्टी की कमान संभाल ली थी.
चुनाव के बाद से ही शिवपाल पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में नज़र नहीं आते थे. उन्होंने इस पर कहा था कि पार्टी उनको बुलाती नहीं है. सेकुलर मोर्चा बनाते वक़्त उन्होंने कहा था कि पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं को सम्मान दिलाने के लिए वह यह क़दम उठा रहे हैं. मोर्चा बनाते वक़्त शिवपाल ने यह भी कहा था कि उन्हें बड़े भाई मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद प्राप्त है.
मालूम में हाल ही में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा शिवपाल यादव को पूर्व मुख्यमंत्री मायावती द्वारा छोड़ा गया बंगला आवंटित किया गया है
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)