जापान यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत का सॉफ्टवेयर और जापान का हार्डवेयर मिल जाए तो दुनिया में चमत्कार हो सकता है.
टोक्यो: जापान की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल क्षेत्र में भारत की प्रगति की सराहना करते हुए सोमवार को कहा कि देश में अब एक जीबी डेटा शीतल पेय की सबसे छोटी बोतल से भी सस्ता है.
13वें भारत-जापान वार्षिक सम्मेलन के लिए शनिवार को जापान की राजधानी टोक्यो पहुंचे मोदी ने सोमवार को शीर्ष जापानी नेताओं के साथ कई बैठकें कीं और भारतीय समुदाय को संबोधित भी किया.
उन्होंने भारत में दूरसंचार और इंटरनेट नेटवर्क के विस्तार की भी सराहना की.
परामर्श कंपनी ईवाई के मुताबिक 2022 तक भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था एक हज़ार अरब डॉलर की हो जाएगी और एक करोड़ रोज़गार का सृजन होगा.
जापान यात्रा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, ‘आज भारत डिजिटल क्षेत्र में शानदार प्रगति कर रहा है. गांव-गांव ब्रॉडबैंड संपर्क से जुड़ रहा है और भारत में 100 करोड़ मोबाइल फोन सक्रिय हैं.’
मोदी ने जापान में काम कर रहे भारतीयों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने दोनों देशों के संबंधों को मज़बूत किया है. साथ ही उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ परियोजना की बारे में जानकारी दी.
उन्होंने कहा, ‘हमने बहुत ही कम ख़र्च में चंद्रयान और मंगलयान अंतरिक्ष में भेजा. अब 2022 तक गगनयान भेजने की तैयारी में जुटा हुआ है और यह गगनयान पूरी तरह से भारतीय होगा. इसमें अंतरिक्ष में जाने वाला भी भारतीय होगा.’
Addressing a seminar on ‘Make in India’, technology and the India-Japan partnership in Africa. https://t.co/b3Ssw0myQT
— Narendra Modi (@narendramodi) October 29, 2018
मोदी ने कहा, ‘ज़मीन से लेकर अंतरिक्ष तक ऐसे अनेक परिवर्तन भारत में हो रहे हैं. इन्हीं परिवर्तनों के चलते आज भारत दुनिया की सबसे बड़ी और तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना है. इन्हीं बदलावों को देखते हुए दुनिया की तमाम एजेंसिया कह रही हैं कि आने वाले दशक में दुनिया के ग्रोथ को भारत आगे बढ़ाएगा.’
उन्होंने एक बयान में कहा, ‘एक जीबी डेटा शीतल पेय की सबसे छोटी बोतल से भी सस्ता है. डेटा सेवा प्रदान करने का साधन बन गया है.’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारत में व्यापार करने का एक फायदा निर्माण क्षेत्र की कम लागत भी है. इसके पीछे भारत में मज़दूरी की प्रतिद्वद्वी लागत भी एक कारण है. उसी तरह से हमारी आईटी इंडस्ट्री एक बहुत बड़ी शक्ति है. मैंने पहले भी यहां आकर कहा है कि हमारा सॉफ्टवेयर और आपका (जापान) हार्डवेयर अगर मिल जाएं तो मैं समझता हूं कि हम दुनिया के अंदर चमत्कार कर सकते हैं.’
मोदी ने जापान में कबड्डी और क्रिकेट लाने के लिए भी भारतीय समुदाय की तारीफ़ की. नरेंद्र मोदी शनिवार को 13वें भारत जापान वार्षिक सम्मेलन में शामिल होने जापान पहुंचे हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)