एनआईए अदालत ने कर्नल पुरोहित की याचिका ख़ारिज करते हुए सात लोगों के ख़िलाफ़ आतंकी षड्यंत्र, हत्या और आपराधिक साज़िश के आरोप तय किए.
मुंबई: सितंबर 2008 के मालेगांव बम विस्फोट मामले में एक विशेष अदालत ने मंगलवार को लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद, श्रीकांत पुरोहित, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और पांच अन्य के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम (यूएपीए) और आईपीसी की धाराओं के तहत आरोप तय किए.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) अदालत के जज विनोद पढ़ालकर ने आरोपियों के खिलाफ आरोप तय कर दिए हैं. गैरकानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम के तहत आरोपियों पर आतंकवादी कृत्य का हिस्सा रहने और भारतीय दंड संहिता के तहत आपराधिक साजिश और हत्या के आरोप तय किए गए.
आरोप तय करना एक प्रक्रिया होती है जिसके बाद आपराधिक मामले में मुकदमा शुरू होता है.
2008 Malegaon blasts case: All seven accused charged for terror conspiracy, murder and other related offences. Court adjourns the matter till 2:45 pm pic.twitter.com/JwZ8Xt6HrY
— ANI (@ANI) October 30, 2018
पुरोहित और साध्वी के अलावा मामले में दूसरे आरोपी मेजर (सेवानिवृत्त) रमेश उपाध्याय, अजय रहिरकर, सुधाकर द्विवेदी, सुधाकर चतुर्वेदी और समीर कुलकर्णी हैं. जज ने जब आरोपियों के खिलाफ आरोप पढ़े तो उस वक्त सभी आरोपी अदालत में मौजूद थे.
इससे पहले मामले में आरोपी कर्नल पुरोहित ने याचिका दायर कर आरोप तय नहीं करने की मांग की थी. पुरोहित के वकील ने एनआईए कोर्ट से कहा कि वो बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करने वाले हैं इसलिए अभी आरोप न तय किए जाएं. हालांकि कोर्ट ने इस दलील को खारिज कर दिया और सात लोगों के खिलाफ आरोप तय किया.
कर्नल पुरोहित ने बॉम्बे हाईकोर्ट में भी याचिका दायर कर आरोप तय करने से रोकने की मांग की थी. हालांकि हाईकोर्ट ने भी इसे खारिज कर दिया था.
Earlier,the NIA had given me a clean chit. Now,charges have been framed against me.This was a conspiracy by Congress but I am confident that I'll come out innocent as the truth always wins: Sadhvi Pragya Singh Thakur, on framing of charges against her in 2008 Malegaon blasts case pic.twitter.com/NEnkEwJ9kq
— ANI (@ANI) October 30, 2018
वहीं मामले में आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का कहना है कि वो निर्दोष हैं और जल्द ही सच सामने आ जाएगा. उन्होंने कहा, ‘इससे पहले एनआईए ने मुझे क्लीन चिट दी थी. अब मेरे खिलाफ आरोप तय किए गए हैं. ये कांग्रेस के द्वारा एक षड्यंत्र था लेकिन एक दिन मैं निर्दोष साबित होउंगी क्योंकि हमेशा सत्य की जीत होती है.’
बता दें कि मालेगांव में 29 सितंबर 2008 को एक मस्जिद के पास मोटरसाइकिल में लगाए गए बम में विस्फोट किया गया जिसमें छह लोगों की मौत हो गई जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)