पंजाब में फाजिल्का जिले के सरकारी बालिका विद्यालय में हुए इस घटना के बाद मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने महिला टीचरों के तबादले के साथ मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
चंडीगढ़: पंजाब के फाजिल्का जिले से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां के एक सरकारी बालिका विद्यालय में शौचालय के अंदर एक फेंका हुआ सैनेटरी पैड मिला तो महिला टीचरों ने यह देखने के लिए कुछ छात्राओं के कपड़े उतरवा दिए कि उनमें से किसने सैनेटरी पैड पहना है.
एक वीडियो क्लिप सामने आया है जिसमें सातवीं क्लास की कुछ लड़कियां रोते हुए यह शिकायत करती दिख रही हैं कि तीन दिन पहले कुंडल गांव में उनके विद्यालय परिसर में महिला टीचरों ने उन्हें निर्वस्त्र करने का आदेश दिया था. आठवीं क्लास की चार लड़कियों से इनके कपड़े उतारने के लिए कहा गया था.
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने शनिवार को कहा कि इस मामले को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के संज्ञान में लाए जाने के बाद दो महिला टीचरों के तबादले और मामले में जांच के आदेश दिये गए हैं.
अधिकारियों ने कहा कि शौचालय में एक सैनेटरी पैड मिलने के बाद टीचर यह पता लगाने का प्रयास कर रही थीं कि किस लड़की ने पैड पहना है. उन्होंने कहा कि ऐसा करने के बजाय महिला टीचरों को छात्राओं को शिक्षित करना चाहिए था कि सैनेटरी पैड्स का सही तरीके से निस्तारण कैसे करें.
मुख्यमंत्री ने शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार को निर्देश दिया है कि सोमवार तक जांच पूरी कर आगे आवश्यक कार्रवाई करें. जिला शिक्षा अधिकारी से विद्यालय का दौरा करने को कहा गया था और छात्राओं और उनके अभिभावकों से बात करने के बाद प्रथम दृष्टया दो महिला टीचरों की भूमिका के साक्ष्य मिले हैं.
अमरिंदर सिंह ने शिक्षा सचिव से व्यक्तिगत रूप से जांच की निगरानी करने और उन्हें सोमवार को अंतिम रिपोर्ट के बारे में अवगत कराने को कहा है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक सातवीं क्लास के 15 लड़कियों को एक रुम में बुलाया गया और आंठवीं क्लास की चार छात्राओं को कहा गया कि वे इन लड़कियों के कपड़े उतारकर देखें की किसने पैड पहना था.
इस घटना के बाद कुछ लड़कियों ने अपने घर पर इसकी शिकायत की. जब अगले की एक छात्रा की दादी स्कूल में इस घटना के बारे में जानकारी लेने के लिए पहुंची तो टीचर ऐसे बर्ताव कर रहे थे कि उन्हें इसके बारे में पता ही नहीं है.
इस मामले में फाजिल्का के डिप्टी कमिश्नर मनप्रीत सिंह ने कहा, ‘बीते शुक्रवार को इसके बारे में मुझे पता चला और मैने इस मामले को देखने के लिए अबोहर एसडीएम और एक महिला टीचर को नियुक्त किया है. दोनों लोग इसकी जांच कर रहे हैं और टीचर व छात्राओं के बयान दर्ज कर लिए हैं.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)