उत्तर प्रदेश के अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फ़ैज़ाबाद ज़िले में राजा दशरथ के नाम पर एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना और अयोध्या में प्रस्तावित एयरपोर्ट को राम का नाम देने की घोषणा की.
अयोध्या/लखनऊ: इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज करने के प्रस्ताव को मंज़ूरी देने के कुछ ही दिनों बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को घोषणा की कि फ़ैज़ाबाद जिला अब अयोध्या के नाम से जाना जाएगा.
मुख्यमंत्री ने राज्य की राजधानी लखनऊ से तकरीबन 120 किलोमीटर दूर स्थित इस तीर्थनगरी में कहा, ‘अयोध्या हमारी ‘आन, बान और शान’ का प्रतीक है. कोई अयोध्या के साथ अन्याय नहीं कर सकता है.’
उन्होंने इसके साथ ही कहा कि अयोध्या की पहचान भगवान राम से है. आदित्यनाथ ने दीपावली के अवसर पर आयोजित ‘दीपोत्सव’ में ये बातें कहीं.
उन्होंने ज़िले में भगवान राम के पिता राजा दशरथ के नाम पर एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना की भी घोषणा की. साथ ही अयोध्या में प्रस्तावित एयरपोर्ट को राम का नाम देने की घोषणा की.
सरयू नदी के तट पर बसे अयोध्या और फ़ैज़ाबाद नगरों से फ़ैज़ाबाद ज़िला बना है.
अयोध्या में हू ह्वांग-ओक स्मारक पहुंचीं दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला
दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला किम जुंग सूक अयोध्या में दिवाली महोत्सव में हिस्सा लेने के लिए मंगलवार को पहुंचीं और उन्होंने अपनी यात्रा की शुरुआत रानी हू के स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करके की.
किम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ स्मारक स्थल पहुंचीं. किम वहां पर अयोध्या की राजकुमारी हू ह्वांग-ओक को समर्पित एक स्मारक के उन्नयन और सौंदर्यीकरण कार्य की शुरुआत करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुईं. हू ह्वांग ओक अयोध्या की राजकुमारी थीं जो कि कोरिया चली गई थीं.
किम बाद में सरयू नदी के तट पर पहुंचीं जहां उन्होंने भगवान राम, सीता का किरदार निभा रहे कलाकारों का स्वागत किया. ‘राम दरबार’ के तहत ये कलाकार एक हेलिकॉप्टर में पहुंचे थे.
कलाकारों के हेलिकॉप्टर से उतरने पर किम ने ‘सीता’ का माल्यार्पण किया जबकि उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने भगवान राम और लक्ष्मण का माल्यार्पण करके उनका स्वागत किया.
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह भी अयोध्या में आयोजित इस कार्यक्रम में उपस्थित थे.
किम की यह यात्रा गत चार नवंबर को शुरू हुई थी और इससे अयोध्या की राजकुमारी के बारे में उत्सूकता बढ़ गई है जिन्होंने एक कोरियाई नरेश से विवाह किया था.
कोरियाई किंवदंती के अनुसार, अयोध्या की राजकुमारी 48 ईस्वी में कोरिया गई थीं और उन्होंने नरेश किम सुरो से विवाह किया था. बड़ी संख्या में कोरियाई अपनी वंशावली इस राजकुमारी से जोड़ते हैं जिन्हें महारानी हू ह्वांग-ओक के तौर पर जाना जाता है.
भारत में दक्षिण कोरियाई दूतावास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘महारानी हू ह्वांग-ओक की दंतकथा दोनों देशों को सांस्कृतिक तौर पर बांधती है और उनकी यात्रा दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ बनाएगी.’
पूरे अयोध्या शहर में किम जुंग सूक की तस्वीरों वाली होर्डिंग लगी हैं जिसमें लिखा है ‘अयोध्या में स्वागत है.’
इस दौरान महारानी सुरीरत्ना स्मारक परियोजना के संबंध में एक समझौते पर हस्ताक्षर हुए जिससे वर्तमान स्मारक के विस्तार और उन्नयन में सहायता मिलेगी.
गत जुलाई में दोनों देशों ने सुरीरत्ना स्मारक परियोजना के विस्तार को लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे.
अयोध्या में एक साधु उत्तम दास ने कहा, ‘यह अयोध्या के लिए गर्व की बात है कि वह अयोध्या की यात्रा पर हैं.’
उन्होंने कहा, ‘अयोध्या की एक राजकुमारी करीब दो हज़ार वर्ष पहले वहां गई थीं और अब प्रथम महिला अयोध्या की यात्रा पर हैं.’
बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन, दक्षिण कोरिया के राजदूत शिन बोंगकिल भी कार्यक्रम में उपस्थित थे.
नवनिर्मित ‘भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम’ को देश को समर्पित
योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लखनऊ के इकाना स्पोर्ट्स सिटी में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निजी सहभागिता के आधार पर नवनिर्मित ‘भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम’ देश को समर्पित किया.
इस मौके पर उन्होंने उत्तर प्रदेश के पूर्व अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ियों आरपी सिंह एवं प्रवीण कुमार को सम्मानित भी किया.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस स्टेडियम के निर्माण से प्रदेश में खेल गतिविधियां बढ़ेंगी एवं प्रतिभा सम्पन्न खिलाड़ियों को अपना कौशल विकसित करने का अवसर मिलेगा.
उन्होंने कहा कि आगामी दिसंबर माह में प्रदेश सरकार द्वारा जनपद ग़ाज़ियाबाद में एक अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का भूमिपूजन किया जाएगा. इस स्टेडियम की क्षमता 75 हज़ार दर्शकों की होगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के लखनऊवासियों से जुड़ाव एवं उनके द्वारा लखनऊ के विकास के लिए कार्यों के दृष्टिगत इस क्रिकेट स्टेडियम का नाम उनके नाम पर रखा गया है.
मुख्यत्रमंत्री ने कहा कि पीपीपी मोड पर बना यह स्टेडियम अनेक सम्भावनाओं को जन्म दे रहा है. इकाना स्पोर्ट्स सिटी प्राइवेट लिमिटेड ने प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गई 137 एकड़ भूमि का बेहतर उपयोग किया है.
उनके द्वारा 71 एकड़ भूमि में खेलों से संबंधित संरचनाएं जैसे मल्टी स्पोर्ट्स इनडोर स्टेडियम तथा अन्य खेलों के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी. साथ ही, 66 एकड़ भूमि आवासीय और व्यावसायिक गतिविधियों के लिए उपयोग की जाएगी.
मंगलवार शाम को ही इस स्टेडियम में पहली बार भारत और वेस्टइंडीज के बीच टी-20 मुकाबला होगा. इस स्टेडियम में पहली बार कोई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच हो रहा है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)