कांग्रेस ने कहा यह ग़लत और अहंकार भरा बयान है. प्रधानमंत्री का ओछा चुनाव प्रचार छत्तीसगढ़ में काम नहीं करेगा.
जगदलपुर/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा है कि वह ऐसे शहरी माओवादियों का समर्थन करती है जिन्होंने ग़रीब आदिवासी युवाओं का जीवन बर्बाद कर दिया है.
इस महीने के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने बीते शुक्रवार को यह भी कहा कि कांग्रेस आदिवासियों का ‘मख़ौल’ उड़ाती है.
उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं जानता कि कांग्रेस क्यों आदिवासियों का उपहास उड़ाती है. एक बार मैं उत्तर-पूर्व भारत में रैली में शामिल होने गया था और परंपरागत आदिवासी मुकुट पहना लेकिन कांग्रेस के नेताओं ने इसका उपहास उड़ाया.
उन्होंने कहा कि वह तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक वह समृद्ध छत्तीसगढ़ के लिए दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी के सपनों को पूरा नहीं कर देते.
मोदी ने माओवाद का ज़िक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस नीत सरकार ने नक्सल प्रभावित बस्तर के विकास के लिए माओवाद का बहाना बनाकर पर्याप्त काम नहीं किया.
उन्होंने कहा, ‘जो शहरी माओवादी हैं, वे शहरों में वातानुकूलित घरों में रहते हैं, वे साफ़ सुथरे दिखते हैं और उनके बच्चे विदेशों में पढ़ते हैं, वे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रिमोट कंट्रोल से आदिवासी बच्चों का जीवन तबाह कर रहे हैं.’
Urban Maoists live in big cities, lead comfortable lives but they wreck the lives of those living in rural areas.
Congress does everything possible to protect and support these Urban Maoists. They owe an answer to the people of Chhattisgarh for their conduct. pic.twitter.com/G5Kg9micOC
— Narendra Modi (@narendramodi) November 9, 2018
मोदी ने कहा, ‘मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि जब सरकार शहरी नक्सलियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करती है तो वह उनका समर्थन क्यों करती है और उन्हें बस्तर आकर नक्सलवाद के ख़िलाफ़ बोलना चाहिए.’
प्रधानमंत्री ने नक्सलवाद को ‘शैतानी मनोवृत्ति वाला राक्षस’ क़रार दिया और कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने बस्तर क्षेत्र के विकास के लिए पर्याप्त काम नहीं किया.
उन्होंने कहा, ‘क्या आप ऐसे लोगों को माफ़ करेंगे? ये लोग छत्तीसगढ़ नहीं जीत पाएंगे. मैं आपसे यह सुनिश्चित करने की अपील करता हूं कि बस्तर क्षेत्र में भाजपा सभी सीटों पर विजयी हो. यदि कोई और जीतता है तो यह बस्तर के सपनों पर एक धब्बा होगा.’
उन्होंने कहा कि जितनी बार वह बस्तर आए हैं उतनी बार कोई प्रधानमंत्री नहीं आया.
उन्होंने कहा, ‘मैं ख़ाली हाथ नहीं आया और आप लोगों के लिए कुछ योजनाएं और विकास कार्यक्रम लेकर आया हूं. हम इलाके से बेरोज़गारी, गरीबी भूख को मिटाने की कोशिश कर रहे हैं. इससे पहले यहां संसाधन थे लेकिन कुछ हुआ नहीं.’
मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोगों की सेवा करना और अटल बिहारी वाजपेयी के समृद्ध राज्य के स्वप्न को साकार करना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, ‘उनका सपना पूरा किए बिना मैं चैन से नहीं बैठूंगा. छत्तीसगढ़ अब 18 बरस का हो गया है. जो विभिन्न सपने और महत्वाकांक्षाएं अब 18 साल की हो चुकी हैं.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस दलितों, वंचित समूहों और आदिवासियों के बारे में बात तो करती है लेकिन वह उन्हें महज़ वोट बैंक समझती है न कि इंसान.’
मोदी ने कहा, ‘क्या आप ऐसी सरकार चाहते हैं जो काम करे या फिर विकास कार्यों को रोके.’
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने लोगों के बीच भेदभाव नहीं किया. उन्होंने कहा, ‘पहले की सरकारों ने ऐसा किया. हमारी सरकार सभी के विकास के लिए काम करती है.
गौरतलब है कि 90 सदस्यों वाली छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में 12 और 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे.
प्रधानमंत्री के इस बयान पर इंडिया टुडे टीवी से बातचीत में कांग्रेस नेता सुष्मिता देब ने कहा, ‘यह हमारा नेतृत्व था जब छत्तीसगढ़ ने नक्सली हमले ख़त्म हुए. प्रधानमंत्री का ओछा चुनाव प्रचार यहां काम नहीं करेगा. प्रधानमंत्री ने भारत के मतदाताओं की बुद्धिमत्ता को बहुत हल्के में लिया है. अगर वो शहरी लोगों के एक वर्ग पर हमला कर रहे हैं तब यह ग़लत और अहंकार भरा हुआ है.’
प्रधानमंत्री ने सूटबूट वाले दोस्तों को फायदा पहुंचाया, युवाओं के सपने को मिट्टी में मिलाया: राहुल
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में बेरोज़गारी की दर दो साल के उच्चतम स्तर पर चले जाने संबंधी खबर को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि मोदी ने ‘सूटबूट वाले दोस्तों को फायदा पहुंचाने और युवाओं के सपने को मिट्टी में मिलाने का काम किया है.’
गांधी ने प्रधानमंत्री पर तंज़ कसते हुए ट्वीट किया, ‘2014-ठग विद्या 1: मुझे प्रधानमंत्री बनाओ, मैं 2 करोड़ रोज़गार दिलाऊंगा. 2016-ठग विद्या 2: नोटबंदी में मेरा साथ दो, मैं काला धन वापस लाऊंगा. 2018- असलियत: सूट बूट वाले दोस्तों को राफेल में उड़ाऊंगा, नौजवानों के सपने मिट्टी में मिलाऊंगा.’
दरअसल, थिंक टैंक सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के मुताबिक इस साल अक्टूबर में देश में बेरोज़गारी की दर 6.9 फीसदी पर पहुंच गई है जो पिछले दो सालों में सबसे ज़्यादा है. श्रमिक भागीदारी भी घटकर 42.4 फीसदी पर पहुंच गया है जो जनवरी 2016 के आंकड़ों से भी नीचे है.
इसके अलावा छत्तीसगढ़ के कांकेर ज़िले के पखनजोर कस्बे में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘नोटबंदी के समय आप सभी लोग लंबी लंबी लाइनों में खड़े रहे लेकिन काला धन रखने वाला कोई एक व्यक्ति भी वहां नज़र नहीं आया. वास्तव में जब आप लोग लाइनों में खड़े थे तब नीरव मोदी, ललित मोदी और मेहुल चौकसी आपका पैसा लेकर देश से भाग गए.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)