महिला विश्व कप टी20 क्रिकेट प्रतियोगिता के अपने पहले मुक़ाबले में भारत ने न्यूज़ीलैंड को 34 रनों से मात दी. कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 51 गेंदों पर जड़े 103 रन.
प्रॉविडेंस (गयाना/दक्षिण अमेरिका): भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर टी20 क्रिकेट में शतक लगाने वाली पहली महिला भारतीय बल्लेबाज़ बन गई हैं. बीते शुक्रवार को शुरू हुए टी20 अंतरराष्ट्रीय महिला टी20 क्रिकेट प्रतियोगिता में उन्होंने यह रिकॉर्ड न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ खेलते हुए अपने नाम किया.
भारत ने प्रतियोगिता के अपने मुक़ाबले में 20 ओवर में पांच विकेट के नुकसान पर 194 रन बनाए थे. इसके जवाब में न्यूज़ीलैंड की टीम 20 ओवर में नौ विकेट के नुकसान पर 160 रन ही बना सकी. भारत ने मैच में 34 रन से जीत दर्ज की.
कप्तान हरमनप्रीत कौर भुल्लर ने 51 गेंदों की आतिशी पारी में कुल 103 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने सात चौके और आठ छक्के जड़े. न्यूज़ीलैंड की ओर से सूज़ी बेट्स ने सबसे ज़्यादा 67 रन की पारी खेली.
हरमनप्रीत भारत की पहली और विश्व की तीसरी महिला क्रिकेटर हैं, जिन्होंने टी20 वर्ल्ड कप में 100 रन बनाए हैं. इसके अलावा वह 9वीं महिला ख़िलाड़ी हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच में शतक जमाया.
इतना ही नहीं मैच में भारत की ओर से बनाया गया 194 रन का लक्ष्य महिला टी20 वर्ल्ड कप प्रतियोगिता का सबसे बड़ा स्कोर है. 191 रन के लक्ष्य के साथ यह रिकॉर्ड इससे पहले आॅस्ट्रेलिया के नाम था.
हरमन के साथ जेमिमा रोड्रिग्ज़ ने शानदार साझेदारी की. जेमिमा और हरमन ने चौथे विकेट के लिए 134 रनों की शानदार साझेदारी खेली. जेमिमा ने 45 गेंदों की पारी में सात चौके लगाते हुए 59 रन बनाए.
जेमिमा ने टी20 वर्ल्ड कप में अर्धशतक लगाने वाली विश्व की पांचवीं और भारत की सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बन गई हैं. 18 वर्ष और 65 दिन की उम्र में उन्होंने यह रिकॉर्ड अपने नाम किया.
पेट में जकड़न से निपटने के लिए बड़े शॉट खेले: हरमनप्रीत
हरमनप्रीत ने मैच के बाद कहा, ‘मेरी पीठ में थोड़ी तकलीफ थी. सुबह मैं अच्छा महसूस नहीं कर रही थी, जब मैं मैदान पर आई तो थोड़ा असहज महसूस कर रही थी और पेट में कुछ जकड़न भी थी.’
जकड़न के बाद हरमनप्रीत को विकेटों के बीच दौड़ने में दिक्कत हो रही थी जिसके बाद उन्होंने दूसरी योजना बनाई.
उन्होंने कहा, ‘‘जब शुरू में मैं दो रन दौड़ रही थी तो मुझे पेट में थोड़ी जकड़न महसूस हुई. फिज़ियो ने इसके बाद मुझे दवाई दी और तब स्थिति थोड़ी ठीक हुई.’
हरमनप्रीत ने कहा, ‘इसके बाद मैंने सोचा कि काफी अधिक दौड़ने की जगह अगर मैं बड़े शॉट खेल पाऊं तो… क्योंकि आप जितना अधिक दौड़ेंगे जकड़न उतनी बढ़ेगी. इसके बाद मैंने जेमी (जेमिमा रोड्रिग्ज़) से कहा, ‘अगर तुम मुझे स्ट्राइक दोगी तो मैं अधिक बड़े शॉट खेलने का प्रयास कर सकती हूं.’
पिछले साल एकदिवसीय विश्व कप में हरमनप्रीत ने आॅस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 171 रन की बेहतरीन पारी खेली थी.
हरमनप्रीत ने कहा, ‘मैं यह नहीं देख रही थी कि मैं कितने रन बना रही हूं, मेरा ध्यान इस पर था कि जीत दर्ज करने के लिए हमें कितने रन और बनाने होंगे.’
उन्होंने कहा, ‘हमें पता है कि उनके पास काफी अच्छी बल्लेबाज़ हैं. उनके पास सोफी डिवाइन और (सूज़ी) बेट्स हैं, हमें पता था कि अगर हम सिर्फ 150 रन बनाएंगे तो शायद जीत दर्ज न कर पाएं.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)