शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में भगवान राम की मूर्ति बनाने की योगी आदित्यनाथ की घोषणा की की निंदा की. पार्टी ने कहा कि सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है इसलिए लोगों को गुमराह करने के लिए अयोध्या कार्ड खेल रही है.
लखनऊ/मुंबई: उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों के नाम बदले जाने के फैसलों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सही ठहराया है.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘हमारी सरकार ने उत्तर प्रदेश के कई शहरों के नाम बदले हैं. हमें जो अच्छा लगा है हमने वह किया है और जहां पर आवश्यकता पड़ेगी सरकार वहां पर उस प्रकार का क़दम उठाएगी.’
शिवसेना ने शनिवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के शहरों का पुन:नामकरण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अगले साल के लोकसभा चुनाव से पहले मतदाताओं को लुभाने के लिए ‘लॉलीपॉप’ है.
मालूम हो कि उत्तर प्रदेश के मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्याय नगर कर दिया गया है. इसके अलावा योगी सरकार ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज करने के प्रस्ताव को भी मंज़ूरी दे दी है.
इतना ही नहीं बीते दिनों दिवाली के एक दिन पहले अयोध्या में हुए दीपोत्सव कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि फ़ैज़ाबाद ज़िले को अब अयोध्या के नाम से जाना जाएगा.
उत्तर प्रदेश के कई शहरों के फिर से नामकरण करने के क्रम में विभिन्न शहरों के नाम बदले जाने की मांग उठने लगी है. जैसे आगरा का नाम बदलकर अग्रवाल या अगरावण और मुज़फ़्फ़रनगर का नाम बदलकर लक्ष्मीनगर करने की बात की जा रही है.
शिवसेना ने शहरों के नाम बदलने को मतदाताओं को लुभाने का लॉलीपॉप बताया
शिवसेना ने शनिवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के शहरों का पुन: नामकरण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अगले साल के लोकसभा चुनाव से पहले मतदाताओं को लुभाने के लिए ‘लॉलीपॉप’ है.
पार्टी ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में भगवान राम की मूर्ति बनाने की आदित्यनाथ की घोषणा को लेकर भी उनकी निंदा की और कहा कि सरकार लोगों को गुमराह करने के लिए अयोध्या कार्ड खेल रही है क्योंकि वह सभी मोर्चो पर विफल रही है.
पार्टी ने कहा, ‘योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है कि अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति बनाई जाएगी. उन्होंने फ़ैज़ाबाद (ज़िले) का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया और उससे पहले इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया था. लेकिन सैकड़ों शहीद कारसेवकों की मांग राममंदिर थी न कि उनकी मूर्ति.’
उसने कहा, ‘लेकिन सरकार ने बस फ़ैज़ाबाद को नया नाम और मूर्ति दी. यह आगामी आम चुनाव के मद्देनज़र भाजपा का लॉलीपॉप है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)