18 विधानसभा सीटों के लिए कुल 190 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. राजनांदगांव सीट पर मुख्यमंत्री रमन सिंह को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला चुनौती दे रही हैं.
रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण में 18 सीटों पर हुए मतदान में सोमवार को 76.28 फीसदी वोट पड़े. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुब्रत साहू ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि राज्य में प्रथम चरण के लिए बस्तर क्षेत्र के सात ज़िले और राजनांदगांव ज़िले की 18 विधानसभा सीटों के लिए मतदान संपन्न हुआ.
सोमवार को हुए इस मतदान में 76.28 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इसमें सबसे अधिक डोंगरगांव में 85.15 फीसदी मतदान हुआ जबकि सबसे कम मतदान 47.35 फीसदी बीजापुर में हुआ.
छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों में से पहले चरण के चुनाव में 18 सीटों के लिए मतदान हुआ.
आयोग ने बताया कि कोंडागांव में 61.47 प्रतिशत, केशकाल में 63.51 प्रतिशत, कांकेर में 62 प्रतिशत, बस्तर में 58 प्रतिशत, दंतेवाडा में 49 प्रतिशत, खैरागढ़ में 70.14 प्रतिशत, डोंगरगढ़ में 71 प्रतिशत, डोंगरगांव में 71 प्रतिशत और खुज्जी विधानसभा सीट के लिए 72 प्रतिशत मतदान हुआ.
इन 18 में से 12 सीटें अनसूचित जनजाति के लिए और एक सीट अनसूचित जाति के लिए आरक्षित है.
राज्य में 72 विधानसभा सीटों के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा और परिणामों की घोषणा 11 दिसंबर को होगी.
इस बीच, दंतेवाड़ा ज़िले में नक्सलियों ने मतदान को बाधित करने के लिए बारूदी सुरंग में विस्फोट किया.
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने रायपुर में बताया कि पहले चरण की 10 सीटों पर आज सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ जबकि आठ सीटों पर एक घंटे बाद आठ बजे से मतदान प्रारंभ हुआ.
अधिकारियों ने बताया कि नक्सल प्रभावित मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोण्डागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा में सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ तथा दोपहर तीन बजे तक मतदान होगा.
वहीं विधानसभा क्षेत्र खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में सुबह आठ बजे मतदान प्रारंभ हुआ और शाम पांच बजे तक मतदान होगा.
जिन विधानसभा क्षेत्रों में सोमवार को मतदान हो रहा है वहां सुबह से ही मतदाताओं की कतार लग गई थी और वे अपनी बारी का इंतज़ार कर रहे थे. मतदान प्रारंभ होने के बाद उन्होंने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
सुबह मतदान करने के लिए महिला मतदाता भी बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों पर पहुंच गई थी. वहीं, युवा मतदाताओं में उत्साह देखा गया है.
इधर मतदान को प्रभावित करने के लिए नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा ज़िले में नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट किया. राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दंतेवाड़ा ज़िले में नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की.
अधिकारियों ने बताया कि ज़िले के तुमाकपाल-नयानार मार्ग पर नक्सलियों ने विस्फोट किया. इस घटना में किसी के भी हताहत होने की सूचना नहीं है. मतदान दल सुरक्षित मतदान केंद्र तक पहुंच गया था.
राज्य के सुकमा ज़िले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने बताया कि क्षेत्र में नक्सलियों के विरोध के बाद भी ग्रामीण मतदान करने निकल रहे हैं.
मीणा ने बताया कि वर्ष 2013 में ‘भेज्जी-दो’ और गोरखा मतदान केंद्र में कोई मतदान नहीं हुआ था. लेकिन इस बार इन मतदान केंद्रों में 11 और 20 ग्रामीणों ने मतदान किया है.
वहीं ‘भेज्जी-एक’ मतदान केंद्र में पिछली बार केवल एक मतदाता ने वोट डाला था लेकिन इस बार मतदाता यहां मतदान कर रहे हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक सुरक्षा बल के कोबरा जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में पांच नक्सली मारे गए हैं. वहीं कुछ जवान घायल भी हुए. सभी जवान ख़तरे से बाहर हैं.
#UPDATE: Three more personnel of Commando Battalion for Resolute Action (CoBRA) are injured and around five Naxals are dead in the encounter that broke out between security forces & Naxals in Bijapur's Pamed area today. All the CoBRA personnel are out danger. #Chhattisgarh https://t.co/TkhHF0pjpG
— ANI (@ANI) November 12, 2018
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि राज्य की जिन 18 सीटों के लिए मतदान हो रहा है उसमें से 12 बस्तर क्षेत्र की और छह सीटें राजनांदगांव ज़िले की हैं.
उन्होंने बताया कि इन 18 विधानसभा सीट के लिए कुल 190 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनकी किस्मत का फैसला यहां के 31,80,014 मतदाता करेंगे. इनमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या 15,57,435 तथा महिला मतदाताओं की संख्या 16,22,492 है. वहीं 87 मतदाता तृतीय लिंग के हैं.
अधिकारियों ने बताया कि प्रथम चरण में कुल मतदान केंद्रों की संख्या 4336 है.
उन्होंने बताया कि राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदान होने के कारण सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं तथा सुरक्षा बल के लगभग सवा लाख जवानों को तैनात किया गया है.
निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि राज्य में चुनाव कार्य के लिए केंद्र से लगभग 65 हज़ार जवानों को यहां भेजा गया है, जिनमें अर्धसैनिक बल और पुलिस बल के जवान शामिल हैं.
अधिकारियों के अनुसार, क्षेत्र में सुरक्षा बल के जवान लगातार गश्त में हैं तथा पड़ोसी राज्यों की पुलिस के साथ भी बेहतर तालमेल बनाकर अभियान चलाया जा रहा है. क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए मोबाइल चेक पोस्ट भी बनाया गया है.
पहले चरण की 18 सीटों में से 12 सीट अनुसूचित जनजाति के लिए तथा एक सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है.
जिन 18 सीटों पर मतदान हो रहा है उनमें से मुख्यमंत्री रमन सिंह की सीट राजनांदगांव पर देश भर की नज़र है. इस सीट पर सिंह के ख़िलाफ़ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला चुनाव मैदान में है.
शुक्ला को सिंह के ख़िलाफ़ प्रत्याशी बनाकर कांग्रेस ने वाजपेयी के नाम पर भाजपा को मिलने वाले वोटों पर सेंध लगाने की कोशिश की है.
वहीं, पहले चरण के मतदान में मंत्री केदार कश्यप और महेश गागड़ा नारायणपुर और बीजापुर से चुनाव मैदान में हैं तथा भाजपा सांसद विक्रम उसेंडी अंतागढ़ सीट से उम्मीदवार हैं.
इधर कांग्रेस के नौ विधायक भानुप्रतापपुर से मनोज सिंह मंडावी, कोंडागांव से मोहन लाल मरकाम, बस्तर से लखेश्वर बघेल, चित्रकोट से दीपक कुमार बैज, दंतेवाड़ा से देवती कर्मा, कोंटा से कवासी लखमा, खैरागढ़ से गिरिवर जंघेल, केसकाल से संतराम नेताम और डोंगरगढ़ से दलेश्वर साहू के भाग्य का फैसला भी आज क्षेत्र के मतदाता करेंगे.
राज्य में विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही यहां जीत के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अपनी ताकत झोंक दी है. पिछले चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को बस्तर और राजनांदगांव क्षेत्र की 18 सीटों में से केवल छह सीटों पर ही जीत मिली थी. राजनीतिक दलों ने यहां कई रैलियां की हैं.
छत्तीसगढ़ में अभी तक भाजपा और कांग्रेस के मध्य मुकाबला होता आया है. लेकिन इस बार पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) और बहुजन समाज पार्टी गठबंधन भी चुनाव मैदान में है.
गठबंधन के कारण कई सीटों पर त्रिकोणीय मुक़ाबला होने की संभावना है.
राज्य में 20 नवंबर को शेष 72 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे. वहीं वोटों की गिनती 11 दिसंबर को होगी.
छत्तीसगढ़ में भाजपा पिछले 15 वर्षों से सत्ता में है और इस बार उसने 90 में से 65 सीटें जीतकर चौथी बार सरकार बनाने का लक्ष्य रखा है. वहीं, कांग्रेस को भरोसा है इस बार उसे जीत मिलेगी और 15 वर्ष से चला आ रहा उसका वनवास समाप्त होगा.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)