वर्धा ज़िले के पास पुलगांव स्थित सेना के हथियार डिपो में बेकार पड़े विस्फोटकों को नष्ट करने के दौरान हुआ हादसा. मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना.
वर्धा: जिले के पुलगांव में स्थित सेना के आयुध डिपो में मंगलवार सुबह करीब सात बजे हुए एक बड़े विस्फोट में 6 लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए हैं. खबरों के मुताबिक मृतकों और घायलों की संख्या बढ़ सकती है.
बताया जा रहा है कि पुलगांव में स्थित सेना के हथियार डिपो में बेकार पड़े विस्फोटकों को नष्ट किया जा रहा था तभी यह धमाका हुआ.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक मध्य प्रदेश के जबलपुर के पास स्थित खमरिया हथियार फैक्ट्री से कुछ अनुपयोगी गोला-बारूद को पुलगांव में नष्ट करने के लिए लाया गया था. उसी को नष्ट करने के दौरान यह धमाका हुआ.
इस अख़बार से बात करते हुए सेना के अधिकारी ने बताया, ‘खमरिया हथियार फैक्ट्री के पास इन्हें नष्ट करने के लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं, इसलिए अनुपयोगी गोला-बारूद को पुलगांव में नष्ट करने के लिए लाया गया था, जो आमतौर पर यहां किया जाता है. प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक इसी प्रक्रिया के दौरान यह हादसा हुआ है.’
उन्होंने यह भी बताया कि इस हादसे की चपेट में डिपो के कर्मचारी और गांव वाले आए हैं. घटना कैसे हुई? इसकी जांच की जा रही है. साथ ही घटनास्थल पर गांव वाले क्या कर रहे थे, इसकी भी जांच की जा रही है.
प्रसन्ना ने यह भी बताया कि इस समय दुर्घटनावश मृत्यु का मामला दर्ज किया गया है, जिसकी विस्तृत जांच की जाएगी और उसके अनुसार उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
वर्धा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निखिल पिंगले ने बताया कि हादसे के दौरान वहां संविदा पर काम करने वाले 10-15 मजदूर मौजूद थे. उन्होंने बताया, ‘आयुध उतारने के दौरान एक बक्से में विस्फोट हुआ. हादसा खुली जगह में हुआ.’
पुलिस महानिरीक्षक (नागपुर रेंज) केएमएम प्रसन्ना ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ा. उन्होंने बताया कि मरने वालों में आयुध फैक्टरी के कर्मचारी और मजदूर दोनों हैं.
पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि घायलों को सावंगी गांव के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बचाव कार्य के लिए पुलिस और दमकल विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंच गए हैं.
अधिकारी ने बताया कि जिले के पुलगांव में स्थित केंद्रीय आयुध डिपो का डिमोलिशन ग्राउंड इस (डिमोलिशन) कार्य के लिए खमरिया स्थित आयुध फैक्टरी को दिया गया है.
इससे पहले दो साल पहले 30 मई, 2016 को भी इसी डिपो में एक बहुत बड़ा हादसा हुआ था. डिपो में भीषण आग लग गई थी, जिसमें 16 लोगों की मौत हो गई थी और 19 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
गौरतलब है कि नागपुर से लगभग 115 किलोमीटर की दूरी पर लगभग 7 हजार एकड़ में फैला यह हथियार डिपो एशिया के सबसे बड़े हथियार डिपो में से एक है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)