राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में पक्षकार रहे हाशिम अंसारी के बेटे इक़बाल अंसारी ने अयोध्या में धर्म सभा के नाम पर भीड़ जुटाने की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन लोगों को विधान भवन या संसद का घेराव करना चाहिए और अयोध्या के लोगों को सुकून से रहने देना चाहिए.
अयोध्या/लखनऊ: राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में पक्षकार इक़बाल अंसारी ने शनिवार को अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की धर्मसभा के मद्देनज़र किए गए सुरक्षा प्रबंधों पर संतोष ज़ाहिर किया, मगर निषेधाज्ञा लागू होने के बावजूद इतनी बड़ी भीड़ जमा करने की मंशा पर सवाल भी उठाए.
इक़बाल अंसारी इस मामले में पक्षकार रहे दिवंगत हाशिम अंसारी के बेटे हैं.
अंसारी ने अयोध्या में धर्म सभा के नाम पर भीड़ जमा करने की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘उन्हें विधान भवन या संसद का घेराव करना चाहिए और अयोध्या के लोगों को सुकून से रहने देना चाहिए.’
उधर, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के वरिष्ठ सदस्य एवं अधिवक्ता जफ़रयाब जीलानी ने कहा कि अयोध्या में जो कुछ भी हो रहा है वह अदालत की अवमानना है. उन्होंने कहा कि बयानों और आयोजनों के ज़रिये अदालत को चुनौती दी जा रही है.
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की मांग तेज़ करने के लिए शिवसेना और विहिप ने अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए हैं. इसके लिए अयोध्या में सुरक्षा के बेहद कड़े बंदोबस्त किए गए हैं.
शरारती तत्वों पर नज़र रखने के लिए ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है. अयोध्या मामले के मुद्दई इकबाल अंसारी ने सुरक्षा प्रबंधों पर संतोष ज़ाहिर किया, मगर कहा कि अगर किसी को मंदिर-मस्जिद के मुद्दे पर कोई बात कहनी है तो उसे दिल्ली या लखनऊ जाना चाहिए.
बहरहाल इक़बाल अंसारी ने अयोध्या में सुरक्षा बंदोबस्त करने के लिये प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की तारीफ की और कहा कि वह सरकार द्वारा उठाए गए क़दमों से संतुष्ट हैं.
मालूम हो कि विश्व हिंदू परिषद की धर्म सभा से एक दिन पहले अयोध्या को सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बड़ी तादाद में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं.
अयोध्या में शांति सुनिश्चित करने के लिए एक अपर पुलिस महानिदेशक, एक पुलिस उप महानिरीक्षक, तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, दस अपर पुलिस अधीक्षक, 21 पुलिस उपाधीक्षक, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबल, 42 कंपनी पीएसी, पांच कंपनी आरएएफ, एटीएस कमांडो और ड्रोन तैनात किए गए हैं.
अयोध्या में जो कुछ भी हो रहा है वह अदालत की अवमानना है: जफ़रयाब जीलानी
उधर, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के वरिष्ठ सदस्य एवं अधिवक्ता जफ़रयाब जीलानी ने अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) द्वारा आयोजित ‘धर्म सभा’ को भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की रणनीति का हिस्सा क़रार देते हुए दावा किया कि अयोध्या के मौजूदा हालात के मद्देनज़र वहां के मुसलमान ख़ौफ़ज़दा हैं.
जीलानी ने लखनऊ में कहा कि अयोध्या के मुसलमान पिछले क़रीब एक हफ्ते से ख़ौफ़ज़दा हैं. जो लोग ख़ुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, उनसे हमने कहा है कि वे लखनऊ आ जाएं.
एआईएमपीएलबी के वरिष्ठ सदस्य ने दावा किया कि अयोध्या में आज जो भी हो रहा है, वह अदालत की अवमानना है. नियम तो यही है कि जो मामला अदालत में चल रहा हो, उसके बारे में सार्वजनिक रूप से कोई प्रतिक्रिया तो दूर, उसका ज़िक्र तक नहीं करना चाहिए, मगर अदालत को बयानों और आयोजनों के ज़रिये चुनौती दी जा रही है.
विहिप द्वारा अयोध्या में आयोजित ‘धर्म सभा’ को भाजपा और संघ की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा क़रार देते हुए जीलानी ने कहा कि पार्टी मंदिर बनाने के लिए बहुत गंभीर है. वहीं, शिवसेना भाजपा को ग़लत साबित करने की कोशिश कर रही है. इससे अयोध्या के मुसलमान और हिंदू सभी प्रभावित हो रहे हैं. अधिकारियों पर दबाव है कि कानून-व्यवस्था भी ख़राब न हो और उनके राजनीतिक आका भी नाराज़ न हों.