योगी का दावा, इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौतों में भारी गिरावट आई है

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया है कि अगस्त महीने में 100-150 बच्चों की मौत होती थी, जो इस बार घटकर छह पर पहुंच चुकी है.

Lucknow: Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath talks on a phone during an event, in Lucknow on Monday, Aug 6, 2018. (PTI Photo) (PTI8_6_2018_000127B)
योगी आदित्यनाथ. (फोटो: पीटीआई)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया है कि अगस्त महीने में 100-150 बच्चों की मौत होती थी, जो इस बार घटकर छह पर पहुंच चुकी है.

Lucknow: Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath talks on a phone during an event, in Lucknow on Monday, Aug 6, 2018. (PTI Photo) (PTI8_6_2018_000127B)
योगी आदित्यनाथ (फोटो: पीटीआई)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंसेफेलाइटिस रोग से होने वाली मौतों में भारी गिरावट का दावा करते हुए इसके आंकड़े पेश किए और कहा कि टीम भावना से काम करके किसी भी जानलेवा रोग का उन्मूलन मुमकिन है.

योगी ने मीजल्स रूबेला टीकाकरण अभियान की शुरूआत करने के बाद पूर्वांचल के इलाकों में हर साल सैकड़ों बच्चों की जान लेने वाले रोग इंसेफेलाइटिस की प्रभावी रोकथाम का दावा करते हुए कहा, ‘मिलजुलकर काम करने का परिणाम हमें इस वर्ष देखने को मिला. इस साल अगस्त महीने में पिछले 40 वर्षों से गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 500 से 600 बच्चे भर्ती होते थे. इस वर्ष अगस्त में केवल 86 बच्चे ही भर्ती हुए.’

उन्होंने कहा, ‘जिस बीआरडी मेडिकल कॉलेज में अगस्त महीने में सवा सौ से डेढ़ सौ बच्चों की मौत होती थी, इस वर्ष मात्र छह बच्चों की मौत हुई. यानी अगर मौत के आंकड़े 150 से घटकर छह पर आ सकते हैं और इंसेफेलाइटिस से पीड़ित बच्चों की संख्या 600 से घटकर 86 हो सकती है तो मेरा यह मानना है कि अगर सभी विभाग एक बार फिर टीम वर्क के साथ आगे बढ़ें तो इंसेफेलाइटिस का उन्मूलन सम्भव है.’

मालूम हो कि गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में पिछले साल अगस्त में कथित रूप से ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित होने से 24 घंटों के अंदर 30 से ज्यादा बच्चों की मौत के कुछ समय बाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती होने वाले इंसेफेलाइटिस के मरीजों और मृतकों का आंकड़ा सार्वजनिक किया जाना बंद कर दिया गया था. ऐसे में मुख्यमंत्री का यह बयान महत्वपूर्ण है.

गोरखपुर से सपा सांसद प्रवीण निषाद की अगुवाई में बीते 22 नवंबर को बीआरडी मेडिकल कॉलेज से कमिश्नर कार्यालय तक मार्च निकाला गया था.

उन्होंने मांग की थी कि इंसेफेलाइटिस के रोजाना दिए जाने वाले आंकड़े उपलब्ध कराने का सिलसिला फिर से शुरू किया जाए.

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मीजल्स रुबेला टीकाकरण अभियान पांच सप्ताह तक चलेगा. इस मुहिम में शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य कल्याण विभाग की अहम भूमिका रहेगी. साथ ही इस कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी संबंधित विभागों को भी सहभागी बनना होगा.

उन्होंने कहा कि मीजल्स रुबेला टीकाकरण अभियान दुनिया का सबसे बड़ा अभियान है. पूरे देश में नौ माह से 15 वर्ष तक के करीब 41 करोड़ बच्चों को इस मुहिम का हिस्सा बनाने का लक्ष्य है.

अभियान के तहत उत्तर प्रदेश में सभी 75 जिलों के लगभग 8 करोड़ बच्चों का टीकाकरण किया जाना है.

योगी ने कहा कि इस अभियान के दौरान लक्षित आयु वर्ग के बच्चों को मीजल्स रूबेला वैक्सीन की एक अतिरिक्त खुराक दी जाएगी. अभियान के तहत सभी स्कूलों, स्वास्थ्य केंद्रों और दुर्गम क्षेत्रों तक निःशुल्क टीकाकरण की व्यवस्था की गई है.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए परिवार कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश की स्वास्थ्य सेवा काफी बेहतर हुई है.

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ‘एमआर’ का टीका स्वस्थ जीवन का तरीका’ संदेश पुस्तिका का विमोचन भी किया.