छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर से पुलिस ने आईएसआई के दो कथित एजेंटों को गिरफ्तार करने का दावा किया है.
मीडिया में आई ख़बरों के अनुसार, दोनों की पहचान मनिंदर यादव और संजय देवांगन के रूप में की गई है. दोनों के ख़िलाफ़ राजद्रोह का मामला दर्ज कर लिया गया है.
पुलिस का आरोप है कि इन दोनों के तार सतविंदर सिंह से जुड़े हुए हैं जिसे पिछले साल नवंबर में जम्मू कश्मीर एटीएस ने गिरफ्तार किया था. सतविंदर पर भारतीय सेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां रखने का आरोप है.
पुलिस के मुताबिक, दोनों एजेंटों के तार मध्य प्रदेश के सतना से गिरफ्तार किए गए रज्जन तिवारी और बलराम से भी जुड़े हुए हैं. ये दोनों राज्य के जांजगीर चांपा ज़िले के रहने वाले बताए जा हैं.
बीते फरवरी महीने में मध्य प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में 11 संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. इन पर आरोप है कि ये लोग अवैध टेलीफोन एक्सचेंज के ज़रिये आईएसआई को खुफिया सूचनाएं साझा करते थे.
इन लोगों की गिरफ्तारी राज्य के चार ज़िलों सतना, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर से हुई.
गिरफ्तार आरोपियों में एक ध्रुव सक्सेना भाजपा के आईटी सेल का पदाधिकारी भी रह चुका था. ध्रुव और बड़ा भाई मयंक सक्सेना दोनों मिलकर एक कॉल सेंटर चलाते थे. सतना से बलराम की गिरफ्तारी की गई थी, जिसकी निशानदेही पर बाकी लोगों को गिरफ्तार किया गया.
नंवबर 2016 में जम्मू में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर आरएस पुरा सेक्टर में सतविंदर सिंह और दादू नाम के दो लोगों को सुरक्षा प्रतिष्ठानों की तस्वीरें लेने के दौरान गिरफ्तार किया गया था. जांच एजेंसियों द्वारा इन दोनों से पूछताछ के बाद मध्य प्रदेश एटीएस ने ये गिरफ्तारी की थी.