बीते सोमवार को बुलंदशहर के स्याना गांव में कथित गोकशी के बाद फैली हिंसा में पुलिस अधिकारी सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में बजरंग दल का नेता योगेश राज मुख्य आरोपी है.
बुलंदशहर: बीते सोमवार को बुलंदशहर के स्याना गांव में कथित गोकशी के बाद फैली हिंसा में पुलिस अधिकारी सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में बजरंग दल का नेता योगेश राज मुख्य आरोपी है.
हालांकि उत्तर प्रदेश पुलिस सुबोध कुमार सिंह की हत्या के आरोपियों को पकड़ने से पहले कथित गोहत्या के मामले की जांच करेगी.
बुलंदशहर के अपर पुलिस अधीक्षक रईस अख्तर ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘इस समय हमारी मुख्य चिंता ये है कि किन लोगों ने गाय को मारा है. गाय की हत्या को लेकर फैली हिंसा में ही इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की मौत हुई थी. हमारा मानना है कि पहले जब हम गोहत्या की जांच कर लेंगे तो इससे पता चलेगा कि कैसे सुबोध सिंह की मौत हुई थी.’
उन्होंने आगे कहा, ‘गोहत्यारे हमारी प्राथमिकता में हैं. फिलहाल के लिए हत्या और हिंसा/दंगा मामला हमारी प्राथमिकता नहीं है.’
बता दें कि पुलिस ने अभी तक चमन, देवेंद्र, आशीष चौहान और सतीश नाम के चार लोगों को सिंह की हत्या मामले में गिरफ्तार किया है. हालांकि अभी तक मुख्य आरोपी बजरंग दल का नेता योगेश राज फरार है. पुलिस अभी तक उसे नहीं पकड़ पाई है.
इसके अलावा पुलिस ने गोहत्या के मामले में सर्फुद्दीन, साजिद, आसिफ और नन्हे नाम के चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इन सभी को यूपी गोहत्या रोकथाम अधिनियम 1955 के तहत गिरफ्तार किया गया है.
गोहत्या मामले की जांच के बारे में पूछे जाने पर अख्तर ने कहा, ‘हम अभी किसी खास संगठन का नाम नहीं ले सकते हैं. हालांकि कि ये स्पष्ट है कि सुबोध सिंह की हत्या के ज्यादातर आरोपी गोरक्षा के काम में लगे हुए थे. इसमें एक पैटर्न नज़र आता है. फिलहाल गोहत्या मुख्य मामला है.’
इंस्पेक्टर की हत्या का मुख्य आरोपी योगेश राज ने सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर ये दावा किया है कि वो निर्दोष है. वहीं इस मामले में आरोपी नंबर 9 शिखर अग्रवाल ने भी विडियो डालकर कहा है कि मृत पुलिस अधिकारी ने उसे डराने-धमकाने की कोशिश की थी.
अग्रवाल के इन दावों पर बुलंदशहर के एसपी सिटी प्रवीन रंजन सिंह ने कहा, ‘एक आरोपी अपने बचाव में कुछ भी कहेगा. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. सुबोध एक इमानदार ऑफिसर थे.’