सत्तारूढ़ टीआरएस ने विधानसभा चुनाव में कुल 119 सीटों में 60 पर जीत हासिल कर ली है और 27 सीटों पर आगे चल रही है.
हैदराबाद: तेलंगाना में सत्तारूढ़ टीआरएस ने विधानसभा चुनाव में कुल 119 सीटों में 60 पर जीत हासिल कर ली है और 27 सीटों पर आगे चल रही है और इसके साथ ही वह स्पष्ट बहुमत के साथ फिर से सरकार बनाने जा रही है.
मंगलवार सुबह आठ बजे मतगणना शुरू होने के साथ ही स्पष्ट हो गया था कि राव की तेलंगाना राष्ट्र समिति तीन-चौथाई बहुमत हासिल करने वाली है. इस बार 119 सीटों पर 1821 उम्मीदवार मैदान में थे.
टीआरएस अध्यक्ष एवं कार्यवाहक मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने इस साल सितंबर में विधानसभा भंग कर दी थी, जिस कारण तय समय से करीब आठ महीने पहले राज्य में चुनाव कराने पड़े. टीआरएस के पास पिछली विधानसभा में 63 सीटें थीं.
राव के भतीजे और निवर्तमान सरकार में मंत्री टी. हरीश राव ने कहा, ‘जनता ने हमारे नेता में एकबार फिर विश्वास दिखाया है और वे विपक्ष द्वारा चुनाव में प्रचारित की गई गलत जानकारी पर विश्वास नहीं करते.’
टीआरएस के कार्यालयों सहित तेलंगाना भवन और हैदराबाद मुख्यालय पर जश्न मनना शुरू हो गया है. टीआरएस कार्यकर्ता वहां ढोल की धुन पर नाचते दिखे, पटाखे फोड़े गए और मिठाइयां भी बांटी गई.
Telangana: TRS members celebrate outside party office in Hyderabad as the party leads in trends. #AssemblyElections2018 pic.twitter.com/dJIxlJF3Tf
— ANI (@ANI) December 11, 2018
कांग्रेस के उम्मीदवार 22 सीटों पर आगे चल रहे हैं और उसकी सहयोगी तेलुगु देशम पार्टी दो सीट पर आगे है. असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाला एआईएमआईएम पांच सीटों पर, भाजपा तीन सीटों पर आगे है और अन्य दो सीटों पर आगे है.
कार्यवाहक मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने 51,000 से ज़्यादा मतों के अंतर से गजवेल विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की. राव को 1,23,996 मत मिले जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के वनतेरु प्रताप रेड्डी को 66,675 वोट मिले।
एआईएमआईएम नेता अकबरूद्दीन ओवैसी तेलंगाना की चंद्रयानगुट्टा सीट से पांचवीं बार जीते. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी सैयद शहजादी को 80,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया.
आधिकारिक सूचनाओं के मुताबिक, टीआरएस के संजय कुमार ने जगतियाल सीट पर कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी टी. जीवन रेड्डी को 61185 मतों के अंतर से हराया.
राव के भतीजे एवं कार्यवाहक सरकार में वरिष्ठ मंत्री टी. हरीश राव ने सिद्दिपेट से अपनी निकतटम टीजेएस के प्रतिद्वंद्वी भवानी रेड्डी को 1,18,499 मतों के अंतर से मात दी.
टीआरएस अध्यक्ष राव के बेटे एवं मंत्री के टी. राम राव सिरसिल्ला में अपने प्रतिद्वंद्वी, कांग्रेस उम्मीदवार केके महेंद्र रेड्डी को 88,000 मतों के अंतर से मात दी.
चुनाव में सत्तारूढ़ टीआरएस और भाजपा मैदान में अकेले उतरे हैं और कांग्रेस ने तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी), भाकपा और तेलंगाना जन समिति (टीजेएस) के साथ गठबंधन किया है.
तेलंगाना विधानसभा की 119 सीटों के लिए मतदान सात दिसंबर को हुआ था.
तेलंगाना के गठन के बाद पहली बार कुल 119 सीटों पर सात दिसंबर को हुए चुनाव में 73.20 प्रतिशत मतदान हुआ था. इससे पहले चुनाव आंध्र प्रदेश में हुआ था. तेलंगाना का गठन आंध्र प्रदेश के एक हिस्से को काट कर किया गया.
तेलंगाना में विधानसभा चुनाव 2019 के लोकसभा चुनावों के साथ होने थे. लेकिन राज्य कैबिनेट की सिफारिश पर छह सितंबर को विधानसभा भंग किए जाने के कारण वहां चुनाव अनिवार्य हो गया.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)