कश्मीर में हिंसक प्रदर्शनों में सैकड़ों छात्र घायल, उमर अब्दुल्ला ने की राज्यपाल शासन की मांग

पूरे कश्मीर में तनाव को देखते हुए स्कूल, कॉलेज बंद ​कर दिए गए हैं. इंटरनेट सेवाएं भी रोक दी गई हैं. सीएम महबूबा मुफ़्ती ने कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई है.

//

पूरे कश्मीर में तनाव को देखते हुए स्कूल, कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. इंटरनेट सेवाएं भी रोक दी गई हैं. सीएम महबूबा मुफ़्ती ने कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई है.

file-photo-of-2015-protest-srinagar
फाइल फोटो, रायटर्स

जम्मू-कश्मीर में शनिवार से शुरू हुआ तनाव थमने का नाम नहीं ले रहा है. छात्रों के हिंसक प्रदर्शनों के चलते आज मंगलवार को सभी स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. पूरे कश्मीर में इंटरनेट सेवाएं भी रोक दी गई हैं. भारी संख्या में छात्र सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं. लगातार बिगड़ते हालात को देखते हुए राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई है. दूसरी ओर, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने राज्य में राज्यपाल शासन लगाने की मांग की है.

एनडीटीवी की ख़बर के मुताबिक, ‘कश्मीर घाटी में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. सोमवार को श्रीनगर में सुरक्षाबलों के साथ झड़प में सैकड़ों स्कूली छात्र घायल हो गए. ये लोग सुरक्षाबलों पर पत्थरबाज़ी के साथ-साथ नारे लगा रहे थे. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले दागे जिसमें इतनी बड़ी तादाद में छात्र घायल हुए. सरकार ने आज सभी हायर सेकेंडरी स्कूल और कॉलेजों को बंद रखने का आदेश दिया है.’

इंडियन एक्सप्रेस की एक ख़बर के अनुसार, ‘पुलवामा के कॉलेज में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन कर रहे 60 से ज़्यादा छात्र सुरक्षाबलों से झड़प में घायल हो गए. घायलों में कई लड़कियां भी शामिल हैं. इसके चलते सरकार ने स्कूल कॉलेज बंद रखने का फ़ैसला किया है. यह प्रदर्शन कुलगाम, सोपोर, श्रीनगर, पुलवामा समेत पूरे कश्मीर में फैल गया.’

सोमवार को घाटी में सुरक्षाबलों और छात्रों के बीच झड़प में कई सौ लोगों के घायल होने की ख़बर है. (फोटो: रायटर्स)
सोमवार को घाटी में सुरक्षाबलों और छात्रों के बीच झड़प में कई सौ लोगों के घायल होने की ख़बर है. (फोटो: रायटर्स)

हिंदी अख़बार दैनिक भास्कर की ख़बर के मुताबिक, ‘कश्मीर के विरोध प्रदर्शन में अब कॉलेज और यूनिवर्सिटी के छात्र भी शामिल हो रहे हैं. सोमवार को घाटी के सभी 10 जिलों में स्टूडेंट्स सड़क पर उतर आए. ये शनिवार को पुलवामा डिग्री कॉलेज में हुई पुलिस कार्रवाई का विरोध कर रहे थे. छात्रों की पत्थरबाज़ी में एक थाना इंचार्ज, 24 पुलिसकर्मी और क़रीब 36 स्टूडेंट्स घायल हुए. राज्य में सत्तारूढ़ पीडीपी-बीजेपी गठबंधन सरकार और विपक्ष ने छात्रोें पर सुरक्षाबलों की कार्रवाई की निंदा की है.’

एबीपी न्यूज़ के मुताबिक, ‘अलगाववादियों ने सोमवार की तरह मंगलवार को भी घाटी में विरोध-प्रदर्शन का ऐलान किया है. सोमवार को वहां पर भड़की हिंसा में 200 से ज्यादा छात्र घायल हुए. पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने घाटी में राज्यपाल शासन लगाने की मांग की है. घाटी को फिर से भड़काने की कोशिशें शुरू हो गई हैं. इस बार छात्रों को भड़का कर सुरक्षाबलों के खिलाफ पत्थरबाज़ी करायी जा रही है और आतंकी संगठन आईएस के झंडे दिखाए जा रहे हैं.