एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा तैयार किए गए रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के 68 में से 48 विधायक, भाजपा के 15 में से 14 विधायक, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के सभी पांच विधायक और बसपा के दो में से एक विधायक करोड़पति हैं.
रायपुर: छत्तीसगढ़ में पिछले 15 वर्षों में इस बार सबसे अधिक 68 करोड़पति विधायक सदन में चुनकर पहुंचे हैं. चुनाव सुधार के मुद्दे पर काम करने वाली गैर सरकारी संस्था छत्तीसगढ़ इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने छत्तीसगढ़ में 90 नवनिर्वाचित विधायकों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया है.
रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में इस वर्ष हुए चुनाव में 68 ऐसे विधायक चुने गए हैं जो करोड़पति हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2018 में सबसे अधिक 76 फीसदी करोड़पति विधायक चुने गए हैं. जबकि वर्ष 2013 में 90 में से 67 (74 फीसदी) और वर्ष 2008 में 30 (35 फीसदी) करोड़पति विधायक चुने गए थे.
रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष कांग्रेस के 68 में से 48 विधायक, भाजपा के 15 में से 14 विधायक, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के सभी पांच विधायक और बहुजन समाज पार्टी के दो में से एक विधायक करोड़पति हैं.
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, नेता प्रतिपक्ष रहे अंबिकापुर सीट से कांग्रेस के विधायक टीएस सिंहदेव के पास पांच सौ करोड़ रूपए से अधिक की संपत्ति है. वहीं, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के खैरागढ़ क्षेत्र से विधायक देवव्रत सिंह के पास 119 करोड़ रूपए से अधिक की संपत्ति है.
राजिम सीट से कांग्रेस के विधायक अमितेष शुक्ला के पास 74 करोड़ रूपए से अधिक की संपत्ति है. टीएस सिंहदेव और देवव्रत सरगुजा खैरागढ़ राजघराने से हैं, जबकि अमितेष शुक्ला अविभाजित मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्यामाचरण शुक्ल के बेटे हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, इस विधानसभा में चुनकर आने वाले कांग्रेस के विधायक कसडोल से शकुंतला साहू के पास पांच लाख 75 हजार रूपए से अधिक और भरतपुर सोनहत सीट से गुलाब सिंह कमरो के पास पांच लाख 42 हजार रूपए से अधिक की संपत्ति है.
90 विधायकों में सबसे कम संपत्ति चंद्रपुर क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक राम कुमार यादव के पास 30,464 रुपए की संपत्ति है. यादव और साहू के पास कोई भी अचल संपत्ति नहीं है.
रिपोर्ट के अनुसार 90 विधायकों में से 27 विधायकों ने अपनी शैक्षिक योग्यता पांचवीं और 12वीं के बीच घोषित की है, जबकि 32 विधायकों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की है.
एक विधायक ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर घोषित किया है. वहीं, रिपोर्ट के अनुसार 16 विधायकों ने अपनी आयु 25 से 40 वर्ष से बीच घोषित की है, जबकि 54 विधायकों ने अपनी उम्र 41 से 60 वर्ष के बीच घोषित की है. वहीं 20 विधायकों ने अपनी आयु 61 से 80 वर्ष के बीच घोषित की है.
इस विधानसभा में सबसे अधिक आयु वाले पत्थलगांव विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक रामपुकार सिंह (79 वर्ष) हैं. वहीं, सबसे कम आयु वाले विधायक भिलाई नगर से कांग्रेस से विधायक देवेंद्र यादव (27 वर्ष) और पामगढ़ क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी की विधायक इंदु बंजारे (27 वर्ष) हैं.