भाजपा नेता ने कहा, हनुमान मुसलमान थे, इसलिए मुस्लिमों में रहमान-रमज़ान जैसे नाम होते हैं

राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमान को दलित बताया था, जिसके बाद विभिन्न नेता हनुमान की जाति की अपने हिसाब से व्याख्या करने लगे हैं.

भाजपा एमएलसी बुक्कल नवाब. (फोटो साभार: एएनआई)

राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमान को दलित बताया था, जिसके बाद विभिन्न नेता हनुमान की जाति की अपने हिसाब से व्याख्या करने लगे हैं.

भाजपा एमएलसी बुक्कल नवाब. (फोटो साभार: एएनआई)
भाजपा एमएलसी बुक्कल नवाब. (फोटो साभार: एएनआई)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हनुमान की जाति बताने के बाद भाजपा के एक नेता ने उनके धर्म के बारे में जानकारी दी है. अब उत्तर प्रदेश में भाजपा के विधान परिषद सदस्य बुक्कल नवाब का कहना है कि हनुमान मुसलमान थे.

बुक्कल नवाब ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ‘हमारा मानना है हनुमान जी मुसलमान थे, इसलिए मुसलमानों में रहमान, रमज़ान, ज़ीशान, क़ुर्बान जैसे नाम रखे जाते हैं. वो करीब-करीब उन्हीं (हनुमान) के नाम पर रखे जाते हैं.’

मालूम हो कि बुक्कल नवाब भाजपा से पहले समाजवादी पार्टी में थे और विधान परिषद के सदस्य थे. 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद सपा से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया. इसके बाद वह एक मंदिर भी गए थे.

मालूम हो कि राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमान को दलित बताया था. अलवर के मालाखेड़ा में कहा था, ‘बजरंग बली ऐसे लोकदेवता हैं जो स्वयं वनवासी हैं, गिरवासी हैं दलित हैं वंचित हैं.’जिसके बाद ख़ासा विवाद पैदा हो गया था. इसके बाद विभिन्न लोगों ने हनुमान की जाति बतानी शुरू कर दी थी.

राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान जब योगी आदित्यनाथ ने हनुमान को दलित बताया था, तब राजस्थान सर्व ब्राह्मण महासाभा के अध्यक्ष सुरेश मिश्रा ने योगी को एक नोटिस भेजा, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि वह मतदान में बीजेपी के लिए राजनीतिक लाभ के लिए भगवान हनुमान की जाति को खींच रहे हैं.

केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह ने दावा किया था कि हनुमान आर्य थे. उन्होंने कहा था कि उस काल में आर्य थे और हनुमान जी आर्य जाति के महापुरुष थे.

राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंद कुमार साय ने कहा था, ‘आदिवासियों में हनुमान गोत्र होता है. ठीक उसी तरह रीछ और गिद्दा गोत्र भी होता है. यहां तक कि आदिवासी तिग्गा गोत्र भी लिखते हैं. टिग्गा का मतलब होता है वानर या बंदर.’

भाजपा से हाल ही में इस्तीफा देने वाली सांसद सावित्रीबाई फुले ने हनुमान मनुवादी लोगों के गुलाम थे. मध्य प्रदेश में भोपाल के नज़दीक स्थित एक जैन मंदिर के आचार्य निर्भय सागर महाराज ने कहा था कि हनुमान जैन थे. वह जैन धर्म के 169 महापुरुषों में से एक थे.