कर्नाटक में सोमवार को जेडीएस नेता एच. प्रकाश की हत्या के बाद मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के ‘आरोपियों को मार डालो’ कहने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक भावुक प्रतिक्रिया थी, कोई आदेश नहीं.
बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे लेकर वह विवादों में घिर गए हैं. इस वीडियो में कुमारस्वामी फोन पर उनकी पार्टी के एक नेता एच प्रकाश की हत्या के आरोपियों को शूट आउट में मार देने के लिए कह रहे हैं.
वीडियो में मुख्यमंत्री कह रहे हैं, ‘वह (मारे गए जेडीएस नेता एच प्रकाश) बहुत अच्छा आदमी था. मैं नहीं जानता कि उन लोगों ने उसे क्यों मारा. उन लोगों को शूटआउट में बेरहमी से मार दो. कोई दिक्कत नहीं है.’
हालांकि बाद में कुमारस्वामी ने विवाद को बढ़ता देख मामले पर सफाई भी दी. उन्होंने कहा कि बेरहमी से मार दो कहना मेरा आदेश नहीं था, बल्कि उस समय मैं भावुक हो गया था.
Karnataka CM: It(kill assailants mercilessly) was not my order, I was emotional at that moment. they (killers )are the reason for two murders and they were in jail. they came out on bail 2 days ago and killed another person(JDS leader Prakash), this is how they are misusing bail pic.twitter.com/fNgFuNbllf
— ANI (@ANI) December 25, 2018
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार उन्होंने कहा, ‘उन्हें मार दो कहना मेरा आदेश नहीं था. मैं उस समय भावुक हो गया था. वे (आरोपी) दो हत्याएं कर चुके हैं और वे जेल में थे. वे दो दिन पहले जमानत पर बाहर आये और एक और व्यक्ति (जेडीएस नेता प्रकाश) की हत्या कर दी. इस तरह वे अपनी जमानत का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं.’
इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा आधिकारिक बयान जारी करते हुए भी मुख्यमंत्री के इस कथन को जज़्बाती प्रतिक्रिया बताते हुए उनका बचाव किया गया है.
इस बयान में कहा गया है, ‘यह जानकारी मिलने पर कहे गए शब्द घटना के बारे में एक भावुक प्रतिक्रिया थी न कि मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया कोई आदेश.’
मालूम हो कि सोमवार को जेडीएस कार्यकर्ता एच प्रकाश की दक्षिण कर्नाटक के मांड्या में हत्या कर दी गई थी. प्रकाश अपनी गाड़ी से मद्दुर जा रहे थे, जब 4 आरोपियों ने उनकी गाड़ी का पीछा करते हुए उन पर हमला किया.
आरोपियों पर पहले से ही दो हत्याओं के मामले चल रहे हैं, जिसमें वे गिरफ्तार किए गए थे और वर्तमान में जमानत पर बाहर हैं.
प्रकाश मांड्या जिले में पूर्व जिला परिषद का सदस्य थे. प्रकाश की हत्या के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि प्रकाश पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता थे. उनकी हत्या करने वालों को गिरफ्तार करने के लिए जिला पुलिस को उपयुक्त कदम उठाने के आदेश दे दिए गए हैं.