शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार लोगों की निजी ज़िंदगी में दख़ल देकर आपातकाल लागू करना चाहती है.
पंढरपुर (महाराष्ट्र): शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सोमवार को अपनी वरिष्ठ सहयोगी भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष हमला करने के लिए ‘चौकीदार चोर है’ के नारे का इस्तेमाल किया.
विपक्षी पार्टी कांग्रेस राफेल सौदे के संदर्भ में प्रधानमंत्री के लिए यह नारा इस्तेमाल करती रही है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने फ्रांस के साथ राफेल सौदे में अनियिमतताओं और पक्षपात का दावा करने के लिए ‘चौकीदार चोर है’ का नारा बार-बार बोला है और मोदी पर निशाना साधा है.
मंदिर नगरी के नाम से प्रसिद्ध सोलापुर ज़िले में स्थित पंढरपुर में एक रैली के दौरान ठाकरे ने इस नारे का इस्तेमाल किया.
उन्होंने कहा, ‘राज्य के एक दौरे के दौरान एक किसान ने कीट संक्रमित नींबू का पौधा दिखाया. नींबू का पौधा कीटनाशक बनाने के लिए उपयोग किया जाता है लेकिन यह खुद ही कीट के हमले की गिरफ्त में आ गया था. किसान ने मुझसे कहा कि जीवन में पहली बार उसने नींबू के पौधे को संक्रमित होते देखा है जबकि इसके पौधे कीटनाशक बनाने के लिए तैयार किए जाते रहे हैं. मैंने उससे कहा कि अब दिन बदल गए हैं. चौकीदार ही चोर बन गए हैं.’
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, उद्धव अयोध्या दौरे का जिक्र करते हुए कहते हैं कि वो कुम्भकरण को जगाने गए थे. उन्होंने कहा, ‘अगर वे लोग हमारे भगवानों को जुमले के रूप में इस्तेमाल करेंगे, तो हम उन्हें छोड़ेंगे नहीं और करारा जवाब देंगे.’
बिहार में सीटों के समझौते को लेकर ठाकरे कहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और रामविलास पासवान राम मंदिर पर अपना पक्ष स्पष्ट बताएं.
उद्धव ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार प्याज़ को लेकर उत्पन्न समस्या और फसल बीमा जैसे मुद्दों का निवारण करने में नाकाम रही है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की प्राथमिकता किसान है न कि सत्ता भोगना. उद्धव एक जनवरी से महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त इलाकों का दौरा करेंगे.
शिवसेना प्रमुख कहते हैं कि सरकार किसानों को फसलों की सही क़ीमत देने में नाकाम है, इसके अलावा क़र्ज़ माफ़ी की योजना सही से लागू नहीं हो रही है. उन्होंने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को भ्रष्टाचार के चलते नाकाम बताया है.
सेना के जवानों के वेतन बढ़ोतरी को लेकर ठाकरे ने कहा कि भाजपा सरकार ने सेना के जवानों की वेतन बढ़ोतरी की मांग को ठुकरा दिया और भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद राफेल डील की जा रही है.
उद्धव ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वो लोगों की निजी ज़िंदगी में दखल देकर आपातकाल लागू करना चाहती है.