अभिनेता प्रकाश राज ने नए साल की शुभकामनाएं देते हुए ट्विटर पर कहा कि वे आगामी लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के बतौर उतरेंगे.
दक्षिण भारतीय फिल्मों के प्रख्यात और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित अभिनेता प्रकाश राज अब राजनीति में उतरेंगे. मंगलवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर नए साल की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने यह जानकारी साझा की.
उन्होंने लिखा, ‘सभी को नए साल की मुबारकबाद… एक नई शुरुआत, ज्यादा ज़िम्मेदारी. आप सभी के समर्थन से मैं आने वाले लोकसभा चुनाव में एक निर्दलीय उम्मीदवार के बतौर लड़ूंगा. क्षेत्र की जानकारी जल्द ही दूंगा. अबकी बार जनता की सरकार… संसद में भी.’
HAPPY NEW YEAR TO EVERYONE..a new beginning .. more responsibility.. with UR support I will be contesting in the coming parliament elections as an INDEPENDENT CANDIDATE. Details of the constituency soon. Ab ki baar Janatha ki SARKAR #citizensvoice #justasking in parliament too..
— Prakash Raj (@prakashraaj) December 31, 2018
प्रकाश राज मौजूदा मोदी सरकार की तीखी आलोचना के लिए जाने जाते हैं.
2017 में पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के बाद सोशल मीडिया पर लंकेश को लेकर हुई अभद्र टिप्पणी पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा था कि ऐसे कुछ लोगों को प्रधानमंत्री सोशल मीडिया पर फॉलो करते हैं. इसे लेकर प्रधानमंत्री न तो कोई पक्ष ले रहे हैं और न ही कोई टिप्पणी कर रहे हैं. इस देश का नागरिक होने के नाते मैं प्रधानमंत्री की चुप्पी से परेशान और निराश हूं.’
उन्होंने कहा कि वह किसी दल से ताल्लुक नहीं रखते लेकिन देश का नागरिक होने के नाते उनसे सवाल पूछ सकते हैं. इसके बाद दिसंबर 2017 में केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े द्वारा राष्ट्रवाद और हिंदुत्व को एक बराबर बताने पर प्रकाश राज ने उन्हें आड़े हाथों लिया था.
प्रकाश अपनी मुखर राय रखने वाले कलाकार के रूप में चर्चित हैं. केरल अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफके) में कुछ फिल्मों के प्रदर्शनों को लेकर हुए विवाद पर उन्होंने कहा था कि कलाकारों को विरोध के स्वर दबाने की हर कोशिश का प्रतिकार करना चाहिए.
उनके कुछ बयानों पर विवाद होने के बाद उन्हें हिंदू-विरोधी कहा गया, जिस पर उन्होंने कहा था कि वह हिंदू विरोधी नहीं बल्कि ‘मोदी-विरोधी, अमित शाह विरोधी और हेगड़े विरोधी’ हैं.
दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग में प्रकाश राज एक जाना-पहचाना नाम हैं. उन्हें अब तक पांच राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुके हैं.
1997 में मणिरत्नम की फिल्म ईरुवर के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला. 1999 में ही तेलुगू फिल्म अंत:पुरम के लिए भी उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का स्पेशल जूरी अवॉर्ड मिला. 2003 में अलग-अलग फिल्मों में बेहतरीन अभिनय करने के लिए उन्हें स्पेशल जूरी अवॉर्ड मिला.
इसके बाद साल 2007 में प्रियदर्शन की तमिल फिल्म कांचीवरम के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला. 2010 में बतौर निर्माता कन्नड़ भाषा की उनकी फिल्म पुट्टाक्कना हाईवे को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार मिला.
वह हिंदी फिल्म लिटिल जॉन, बुड्ढा होगा तेरा बाप, सिंहम, दंबग 2, मुंबई मिरर, भाग मिल्खा भाग, जंज़ीर, हीरोपंती, एंटरटेनमेंट में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभा चुके हैं.