बुलंदशहर हिंसा: पुलिस का दावा, इंस्पेक्टर सुबोध सिंह पर कुल्हाड़ी से हमला करने वाला गिरफ़्तार

पुलिस ने गिरफ़्तार आरोपी के क़ब्ज़े से हमले में इस्तेमाल कुल्हाड़ी बरामद की. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कथित गोकशी के बाद भड़की हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध सिंह और सुमित कुमार नाम के युवक की मौत हो गई थी.

इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह. (फोटो: पीटीआई)

पुलिस ने गिरफ़्तार आरोपी के क़ब्ज़े से हमले में इस्तेमाल कुल्हाड़ी बरामद की. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कथित गोकशी के बाद भड़की हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध सिंह और सुमित कुमार नाम के युवक की मौत हो गई थी.

इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह. (फोटो: पीटीआई)
इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह. (फोटो: पीटीआई)

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में बीते दिसंबर माह में कथित गोकशी के बाद भड़की हिंसा के दौरान मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या के संबंध में एक और आरोपी को पुलिस ने 31 दिसंबर की रात गिरफ़्तार कर लिया. गिरफ़्तार किए गए इस व्यक्ति की पहचान कलुआ उर्फ राजीव के रूप में हुई.

पुलिस ने उसके पास से एक कुल्हाड़ी भी बरामद की. बताया जा रहा है कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या से पहले कथित तौर पर इसी कुल्हाड़ी से उन पर हमला किया गया था.

आरोप है कि सड़क जाम करने के लिए कलुआ कुल्हाड़ी से एक पेड़ काटने की कोशिश कर रहा था. इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह ने उसे ऐसा करने से रोका तो उसने उन पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया.

इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से लिखा है कि कलुआ की गिरफ़्तारी के साथ ही इस मामले में अब तक 30 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है.

पुलिस के अनुसार, इन 30 आरोपियों में चार ऐसे हैं, जिन पर सुबोध कुमार सिंह पर कुल्हाड़ी और पत्थर से हमला करने का आरोप है. ये हमला उन पर तब हुआ था जब वह जान बचाने के लिए खेतों की ओर भाग रहे थे.

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अतुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया, ‘पूछताछ में कलुआ ने बताया है कि उसी ने कुल्हाड़ी से सुबोध कुमार सिंह की हत्या की. पुलिस ने उसके क़ब्ज़े से कुल्हाड़ी बरामद कर ली है. दूसरे आरोपी जल्द ही गिरफ़्तार कर लिए जाएंगे.’

हालांकि सुबोध कुमार सिंह हत्याकांड का मुख्य आरोपी योगेश राज अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है.

बता दें कि पिछले हफ़्ते पुलिस ने दिल्ली के एक टैक्सी ड्राइवर प्रशांत नट को गिरफ़्तार किया. प्रशांत पर सुबोध सिंह को गोली मारने का आरोप है. पुलिस ने दावा किया था प्रशांत ने इंस्पेक्टर की रिवॉल्वर से ही उनके सिर में गोली मारी थी.

30 वर्षीय प्रशांत का नाम एफआईआर में दर्ज नहीं था, उसे घटना का वीडियो देखने, दूसरे आरोपियों के बयान और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर गिरफ़्तार किया गया. प्रशांत नट को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया था, कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

मालूम हो कि गत तीन दिसंबर को बुलंदशहर के स्याना इलाके के चिंगरावठी क्षेत्र में कथित गोकशी के को लेकर उग्र भीड़ की हिंसा में थाना कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह तथा सुमित नामक एक अन्य युवक की मृत्यु हो गई थी.

पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह दादरी में हुए अख़लाक़ हत्या मामले में 28 सितंबर 2015 से नौ नवंबर 2015 तक जांच अधिकारी थे.

इस मामले में 27 नामज़द लोगों तथा 50-60 अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज किया गया है. बुलंदशहर हिंसा मामले और इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या मामले में मुख्य आरोपी बजरंग दल के नेता योगेश राज को बनाया गया है. फिलहाल वह फरार चल रहा है. मामले का एक अन्य वांछित शिखर अग्रवाल भी फ़रार है.