कानून, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘हम जल्द ही एक कानून लाने जा रहे हैं जो ड्राइविंग लाइसेंस के साथ आधार को लिंक करना अनिवार्य कर देगा.’
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि सरकार जल्द ही ड्राइविंग लाइसेंस को आधार से जोड़ना अनिवार्य कर देगी.
फगवाड़ा में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में चल रही 106वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस में अपने अध्यक्षीय भाषण को देते हुए कानून, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा, ‘हम जल्द ही एक कानून लाने जा रहे हैं जो ड्राइविंग लाइसेंस के साथ आधार को लिंक करना अनिवार्य कर देगा.’
रविशंकर प्रसाद ने लिंकिंग की अनिवार्यता पर जोर देते हुए कहा, ‘वर्तमान में, दुर्घटना का कारण बनने वाला दोषी घटनास्थल से भाग जाता है और उसे डुप्लीकेट लाइसेंस मिल जाता है. इससे उसे छूटने में मदद मिलती है. हालांकि, आधार लिंकेज से आप अपना नाम बदल सकते हैं लेकिन आप अपना बायोमेट्रिक्स नहीं बदल सकते, न ही आईरिस और न ही उंगलियों के निशान. इसलिए जब आप डुप्लिकेट लाइसेंस के लिए जाते हैं, तो सिस्टम कहेगा कि इस व्यक्ति के पास पहले से ही ड्राइविंग लाइसेंस है और इसे नया नहीं दिया जाना चाहिए.’
केंद्र के ‘डिजिटल इंडिया’ कार्यक्रम के बारे में चर्चा करते हुए मंत्री ने दावा किया कि इसने शहरी-ग्रामीण विभाजन को खत्म कर दिया है.
एक पावरप्वाइंट प्रजेंटेशन के जरिए प्रसाद ने कहा, ‘यह भारत का डिजिटल प्रोफाइल है- 123 करोड़ आधार कार्ड, 121 करोड़ मोबाइल फोन, 44.6 करोड़ स्मार्टफोन, 56 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ता, ई-कॉमर्स में 51 प्रतिशत वृद्धि हुई है. भारत में 130 करोड़ आबादी है.’
उन्होंने यह भी कहा कि देश में डिजिटल भुगतान लेनदेन 2017-18 में कई गुना बढ़कर 2,070 करोड़ रुपये हो गया है. इस अवसर पर लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर अशोक मित्तल, पंजाब भाजपा के अध्यक्ष श्वेत मलिक और फगवाड़ा के विधायक सोम प्रकाश भी उपस्थित थे.
(समाचार एजेंसी पीटीआई की इनपुट के साथ)