द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर के निर्देशक से जुड़ी कंपनी पर ब्रिटेन में टैक्स धोखाधड़ी का आरोप

'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' के निर्देशक विजय रत्नाकर गुट्टे से जुड़ी कंपनी वीआरजी डिजिटल कॉर्पोरेशन प्राइवेट लिमिटेड को न केवल भारतीय कर कानूनों के उल्लंघन के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है बल्कि उस पर ब्रिटेन में भी टैक्स छूट के लिए धोखाधड़ी करने का आरोप है.

फिल्म निर्देशक विजय रत्नाकर गुट्टे और ​फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनि​स्टर का पोस्टर. (फोटो साभार: फेसबुक)

‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ के निर्देशक विजय रत्नाकर गुट्टे से जुड़ी कंपनी वीआरजी डिजिटल कॉर्पोरेशन प्राइवेट लिमिटेड को न केवल भारतीय कर कानूनों के उल्लंघन के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है बल्कि उस पर ब्रिटेन में भी टैक्स छूट के लिए धोखाधड़ी करने का आरोप है.

फिल्म निर्देशक विजय रत्नाकर गुट्टे और फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर का पोस्टर. (फोटो साभार: फेसबुक)
फिल्म निर्देशक विजय रत्नाकर गुट्टे और फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर का पोस्टर. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ फिल्म के निर्देशक विजय रत्नाकर गुट्टे से जुड़ी कंपनी वीआरजी डिजिटल कॉर्पोरेशन प्राइवेट लिमिटेड को न केवल भारतीय कर कानूनों के उल्लंघन के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि कुछ घरेलू फर्मों के साथ ब्रिटिश फिल्म संस्थान को छलने और यूनाइटेड किंगडम (यूके) में कर छूट का दावा करने के लिए कथित तौर पर ‘हेर फेर के लेनदेन’ में शामिल होने का भी आरोप है.

द इंडियन एक्सप्रेस द्वारा देखे गए अदालती दस्तावेजों से ये जानकारी सामने आई है.

ब्रिटिश फिल्म संस्थान, फिल्म के प्रमाणन के लिए ब्रिटेन की प्रमुख एजेंसी है. यूके क्रिएटिव इंडस्ट्री टैक्स छूट के तहत, ब्रिटिश सरकार ऐसी योग्य फिल्मों के लिए 25 प्रतिशत तक कर रियायत देती है, जो कि ब्रिटिश फिल्मों के रूप में होती हैं.

इस टैक्स छूट को प्राप्त करने के लिए, प्रोडक्शन कंपनियों को यूके कॉरपोरेशन टैक्स के दायरे में होना चाहिए और फिल्म बनाने में खर्च का कम से कम 10 प्रतिशत यूके में खर्च किया जाना चाहिए. ब्रिटेन (यूके) में किए गए वास्तविक व्यय या कुल फिल्म निर्माण खर्चों में से 80 प्रतिशत, जो भी कम हो, पर कर राहत मिलता है.

एक स्थानीय अदालत में डायरेक्टरेट जनरल ऑफ गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स इंटेलिजेंस (डीजीजीएसटीआई) द्वारा दायर एक रिमांड आवेदन में कहा गया है कि वीआरजी डिजिटल कॉरपोरेशन, बॉम्बे कास्टिंग टैलेंट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड (बीसीटीएमपीएल), एक बोहरा ब्रॉस ग्रुप फर्म और होराइजन आउटसोर्स सॉल्यूशंस ने बीसीटीएमपीएल द्वारा द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर में निवेश किए गए पैसे की अधिक मात्रा दिखाने के लिए हेर फेर करके लेनदेन किया.

बोहरा ब्रदर्स द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर फिल्म के निर्माताओं में से एक हैं. रिमांड आवेदन के अनुसार ये लेनदेन, कर छूट पाने के लिए ब्रिटिश फिल्म संस्थान को धोखा देने या छलने के लिए किए गया था.

चीनी का कारोबार करने वाले रत्नाकर गुट्टे के बेटे विजय गुट्टे नवंबर 2018 तक वीआरजी डिजिटल के बोर्ड में थे. डीजीजीएसटीआई ने 2 अगस्त को गुट्टे को गिरफ्तार किया था और वह फिलहाल जमानत पर बाहर है.

इंडियन एक्सप्रेस द्वारा संपर्क किए जाने पर, गुट्टे ने कहा कि वास्तविक कागजात प्रस्तुत करके कर राहत का दावा किया गया था और उत्पादकों ने आवश्यक प्रक्रिया का पालन किया है. बीसीटीएमपीएल को भेजे गए ईमेल की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली.

भारत में वीआरजी डिजिटल कॉर्पोरेशन पर नकली चालान बनाने का आरोप है, जिसमें होराइजन आउटसोर्स सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड से प्राप्त एनीमेशन और मैनपावर सेवाओं के लिए 34 करोड़ रुपये का जीएसटी शामिल है. होराइजन आउटसोर्स सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड 170 करोड़ रुपये से ज्यादा की जीएसटी धोखाधड़ी के लिए डीजीजीएसटीआई की जांच के दायरे में है.

वीआरजी डिजिटल कॉरपोरेशन पर जुलाई 2017 से इन फर्जी चालानों के लिए सीईएनवीएटी (केंद्रीय मूल्य वर्धित कर) क्रेडिट के खिलाफ सरकार से 28 करोड़ रुपये के नकद वापसी का गलत दावा करने का भी आरोप है.

द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर गुट्टे की पहली निर्देशित फिल्म है और ये संजय बारू के इसी नाम की एक किताब पर आधारित है. फिल्म में अनुपम खेर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अक्षय खन्ना ने सिंह के मीडिया सलाहकार संजय बारू की भूमिका निभाई है. ये फिल्म 11 जनवरी को रिलीज होगी.