ओडिशा के बलांगीर प्रभागीय वन अधिकारी ने कहा कि पेड़ की कटाई का आरोप सच है. इसके लिए हमसे कोई पूर्व अनुमति नहीं ली गई थी.
भुवनेश्वर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी यात्रा के एक दिन पहले पश्चिमी ओडिशा शहर बलांगीर में अस्थायी हेलीपैड बनाने के लिए 1000 से अधिक पेड़ों को काट दिया गया.
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक शहरी वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत 2016 में भारतीय रेलवे की 2.25 हेक्टेयर पर पौधे लगाए गए थे. चूंकि हेलीपैड के लिए खाली जमीन की आवश्यकता थी, इसलिए अधिकारियों को 1.25 हेक्टेयर जमीन खाली करनी पड़ी.
पर्यावरणविद् बिस्वजीत मोहंती ने कहा, ‘भले ही ये छोटी भूमि थी लेकिन अधिकारियों को पेड़ों की कटाई से पहले उचित अनुमति लेना आवश्यक था. एक बार वृक्षारोपण का कार्यक्रम शुरु होने के बाद पेड़ों को बिना पूर्व अनुमति के नहीं काटा जा सकता है. इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए.’
राज्य के वन विभाग ने पेड़ की कटाई की प्रारंभिक जांच की थी. बलांगीर प्रभागीय वन अधिकारी समीर कुमार सत्पथी ने कहा, ‘पेड़ की कटाई का आरोप सच है. इसके लिए हमसे कोई पूर्व अनुमति नहीं ली गई थी.’
उन्होंने आगे कहा, ‘जब हमने रेलवे के अधिकारियों से पूछा, तो उन्होंने कहा कि हेलीपैड के लिए जमीन साफ की गई है. में बताया गया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से, पेड़ों को तत्काल काट दिया गया.’
ऑन द स्पॉट जांच के अनुसार, पेड़ चार से सात फुट लंबे थे और जीवित रहने की दर 90 फीसदी के करीब थी. सत्पथी ने कहा, ‘हम अनुमान लगा रहे हैं कि 1,000 और 1,200 के बीच के पेड़ काटे गए हैं.’
सुरक्षा तैयारियों की देखरेख कर रहे बालंगीर के पुलिस अधीक्षक के. शिवा सुब्रमणि ने कहा कि हेलीकॉप्टरों को उतारने के लिए कोई खाली जगह उपलब्ध नहीं थी.
प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को पश्चिमी ओडिशा शहर में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करने से पहले खुर्दा-बलांगीर रेलवे लाइन पर एक ट्रेन के उद्घाटन को हरी झंडी दिखाने वाले हैं.