कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि भाजपा बेईमान लोगों की पार्टी है, जिन्हें न तो नीतियों की परवाह है और न ही मर्यादा की, वे मर्यादा पुरुषोत्तम राम के भक्त कैसे हो सकते हैं.
देहरादून: उत्तराखंड में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कहा कि भाजपा एक ऐसी पार्टी है जिसके पास कोई नीति नहीं है. उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर तभी बन पाएगा जब उनकी पार्टी केंद्र में सत्ता में आएगी.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव ने कहा, ‘भाजपा बेईमान लोगों की पार्टी है, जिन्हें न तो नीतियों की परवाह है और न मर्यादा की, वे मर्यादा पुरुषोत्तम राम के भक्त कैसे हो सकते हैं.’
ऋषिकेश में रावत ने पत्रकारों से कहा, ‘हमलोग नीतियों और संविधान में आस्था रखते हैं. अयोध्या में राम मंदिर तभी बन पायेगा जब कांग्रेस (केंद्र में) सत्ता में आयेगी. यह पक्की बात है.’
भाजपा पर कर्नाटक में सरकार गिराने की कोशिश का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘भाजपा किसी भी कीमत पर, धन-बल का प्रयोग कर और प्रवर्तन निदेशालय, सीबीआई, आयकर विभाग जैसी एजेंसियों को राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर विरोधी पार्टियों को सत्ता से हटाना चाहती है.’
रावत ने विश्वास जताया कि आगामी लोकसभा चुनावों में कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन सभी 27 सीटों पर जीत हासिल करेगी.
उन्होंने कहा, ‘भाजपा कर्नाटक में जो खेल खेल रही है, उसकी कीमत उसे लोकसभा चुनाव में चुकानी पड़ेगी, जब जनता सभी 27 सीटों पर कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन को जिताकर उन्हें मुंहतोड़ जवाब देगी.’
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, रावत के इस बयान की उनकी ही पार्टी की नेता और उत्तराखंड विधानसभा में विपक्ष की नेता इंदिरा हृदयेश ने कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा, ‘यदि ऐसा है तो कांग्रेस को अपने 10 सालों के शासन में राम मंदिर बनाना चाहिए था.’
हृदयेश ने कहा, ‘मुसलमानों के साथ सभी लोग राम मंदिर निर्माण के समर्थन में हैं. लेकिन किसी को भी ऐसा दावा नहीं करना चाहिए क्योंकि हम सत्ता में नहीं हैं.’
वहीं अपने बयान पर सफाई देते हुए रावत ने कहा, ‘मैंने कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो राम मंदिर के निर्माण को लेकर देश में एक माहौल बनाया जाएगा.’
रावत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उत्तराखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि कांग्रेस द्वारा राम मंदिर के निर्माण का दावा करना लोगों को गुमराह करने की एक चाल है. उन्होंने कहा, ‘उनका दावा झूठा है क्योंकि राम मंदिर के निर्माण में सबसे बड़ी बाधा खुद कांग्रेस पार्टी है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)