दिल्ली सरकार के विभागों में हज़ारों पद ख़ाली, पर हमें भर्ती करने का अधिकार नहीं: गोपाल राय

दिल्ली सरकार में श्रम एवं रोज़गार मंत्री गोपाल राय ने कहा कि यदि राज्य सरकार को सेवा मामले से संबंधित शक्तियां दी जाती हैं तो दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों में रिक्त पदों पर तुरंत भर्तियां कर ली जाएंगी.

/

दिल्ली सरकार में श्रम एवं रोज़गार मंत्री गोपाल राय ने कहा कि यदि राज्य सरकार को सेवा मामले से संबंधित शक्तियां दी जाती हैं तो दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों में रिक्त पदों पर तुरंत भर्तियां कर ली जाएंगी.

दिल्ली सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्री गोपाल राय (फोटो साभार: एएनआई)
दिल्ली सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्री गोपाल राय (फोटो साभार: एएनआई)

नई दिल्ली: दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार के मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को कहा कि दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों में खाली पड़े हजारों पदों को तभी भरा जा सकता है, जब सेवा मामले से जुड़ी शक्तियां राज्य सरकार को दे दी जाएं .

दिल्ली सरकार के रोजगार विभाग द्वारा आयोजित एक रोजगार मेले के उद्घाटन के मौके पर मंत्री ने कहा कि इस दो दिवसीय रोजगार मेले में 13 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार दिया जाएगा, जिसमें 76 निजी कंपनियां भाग ले रही हैं.

त्यागराज स्टेडियम में आयोजित रोजगार मेले में श्रम एवं रोजगार मंत्री गोपाल राय ने कहा, ‘दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों में हजारों पद खाली पड़े हैं, लेकिन सेवा मामलों में शक्तियों की कमी के कारण विभाग उन्हें भरने में सक्षम नहीं है.’ उन्होंने कहा कि सेवा मामलों से जुड़ी शक्तियां उपराज्यपाल के पास हैं या दिल्ली सरकार के पास यह मामला न्यायालय के समक्ष विचाराधीन है.

मंत्री ने कहा, ‘यदि राज्य सरकार को सेवा मामले से संबंधित शक्तियां दी जाती हैं तो दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों में रिक्त पदों पर तुरंत भर्तियां कर ली जाएंगी.’

दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि रोजगार मेले में जिन 13 हजार नियुक्तियों की व्यवस्था की गई है उनमें से 11 हजार फ्रेशर्स के लिए हैं. वहीं उनमें 335 नियुक्तियां महिलाओं के लिए आरक्षित हैं.

दिसंबर 2015 में पहली बार रोजगार मेला आयोजित किया गया था. दिल्ली सरकार द्वारा आयोजित इस चौथे रोजगार मेले में 30 हजार से 40 हजार युवाओं को शामिल होने की उम्मीद है. राय ने कहा कि भविष्य में रोजगार मेले और अधिक बार पर आयोजित किए जाएंगे ताकि बेरोजगार युवाओं को नियमित तौर पर रोजगार के अवसर मिल सकें.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)