बुधवार को कांग्रेस द्वारा राज्य में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि राज्यों में गठबंधन संबंधित दलों की इच्छा पर आधारित होगा. हम राष्ट्रीय स्तर पर साथ मिलकर भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं.
अमरावती: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि उनकी पार्टी का राज्य में कांग्रेस से कोई गठबंधन नहीं होगा. इसके पहले बुधवार को ही कांग्रेस ने ऐलान किया था कि वह राज्य में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में अकेले उतरेगी. गौरतलब है कि तेलंगाना के विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों ने गठबंधन किया था.
दोनों पार्टियां हाल ही में तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनाव में साथ लड़ी थीं, लेकिन परिणाम अच्छा नहीं रहा था. शायद यही वजह है कि दोनों पार्टियां आंध्र प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ना चाहती हैं.
नायडू ने एक टेलीकॉन्फ्रेंसिंग के दौरान टीडीपी नेताओं से कहा, ‘राज्यों में गठबंधन संबंधित दलों की इच्छा पर आधारित होगा. हम राष्ट्रीय स्तर पर साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ लड़ रहे हैं. हम देश बचाओ, लोकतंत्र बचाओ, एकजुट भारत के नारों के साथ एक साझा मंच पर साथ आए हैं.’
उन्होंने कहा, ‘तानाशाही शासन (मोदी का) समाप्त करना हमारा न्यूनतम साझा कार्यक्रम है. तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस का पश्चिम बंगाल में कोई चुनावी गठबंधन नहीं है, इसके बावजूद कांग्रेस नेता कोलकाता में विपक्षी रैली में शामिल हुए. हम सभी बेंगलुरु और कोलकाता में एक मंच पर एकसाथ आए हैं. संविधान की रक्षा 23 गैर बीजेपी दलों का अजेंडा है.’
कांग्रेस महासचिव और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने बुधवार को कहा था कि कांग्रेस पार्टी राज्य की सभी 175 विधानसभा सीटों और 25 लोकसभा सीटों पर चुनाव अकेले लड़ेगी. चांडी ने कहा था कि टीडीपी ने हमारे साथ केवल राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन किया है, इसलिए हमारा राज्य में (उसके साथ) कोई लेनदेन नहीं होगा.
टीडीपी प्रमुख नायडू ने गुरुवार को वाईएसआर कांग्रेस और भाजपा पर निशाना साधा और आरोप लगाते हुए कहा, ‘ये सभी (पार्टियां) केवल षड्यंत्र रचना जानती हैं.’
एनडीटीवी की ख़बर के अनुसार, पश्चिम बंगाल में भी कांग्रेस और टीएमसी के बीच गठबंधन नहीं होगा. दरअसल पश्चिम बंगाल कांग्रेस के नेता आगामी चुनाव में ममता की पार्टी के साथ किसी भी तरह का गठजोड़ नहीं चाहते हैं. हालांकि ममता द्वारा बुलाई गई विपक्ष की रैली में राहुल गांधी ने पत्र लिखकर समर्थन दिया था.
मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन से भी कांग्रेस को दूर रखे जाने के बाद कांग्रेस ने सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. हाल ही में प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश का महासचिव बनाया गया है.
कांग्रेस महाराष्ट्र में एनसीपी के साथ, तमिलनाडु में डीएमके और कर्नाटक में जेडीएस, बिहार में आरजेडी और झारखंड में जेएमएम के साथ गठबंधन की योजना पर काम है.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)