मध्य प्रदेश: 20 लाख की बीमा राशि के लिए संघ कार्यकर्ता ने रची थी अपनी हत्या की साज़िश

पुलिस के अनुसार, आरएसएस कार्यकर्ता हिम्मत पाटीदार ने अपने खेत मज़दूर की हत्या करने के बाद लाश का चेहरा बिगाड़ दिया और उसे अपने कपड़े पहना दिए थे. हत्या पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर उठाए थे सवाल.

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संघ कार्यकर्ता हिम्मत पाटीदार की कथित हत्या के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का ट्वीट.

पुलिस के अनुसार, आरएसएस कार्यकर्ता हिम्मत पाटीदार ने अपने खेत मज़दूर की हत्या करने के बाद लाश का चेहरा बिगाड़ दिया और उसे अपने कपड़े पहना दिए थे. हत्या पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर उठाए थे सवाल.

संघ कार्यकर्ता हिम्मत पाटीदार की कथित हत्या के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का ट्वीट.
संघ कार्यकर्ता हिम्मत पाटीदार की कथित हत्या के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का ट्वीट.

रतलाम/भोपाल: मध्य प्रदेश में रतलाम ज़िले के कमेड़ गांव में 23 जनवरी को आरएसएस कार्यकर्ता की कथित हत्या के मामले में पुलिस ने हैरान करने वाला खुलासा किया. पुलिस के अनुसार, इस हत्याकांड में मृतक बताए जा रहे आरएसएस कार्यकर्ता हिम्मत पाटीदार (36) ने ही 20 लाख रुपये की बीमे की रकम पाने के लिए अपने कर्मचारी की हत्या की और ख़ुद को मृतक बताने के लिए अपने कपड़े लाश को पहनाए और पहचान के लिए अपना सामान भी लाश के आसपास बिखेर दिया था.

फिलहाल हिम्मत पाटीदार फ़रार है पुलिस उसकी तलाश कर रही है.

ज़िला पुलिस अधीक्षक (एसपी) गौरव तिवारी ने बीते सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि 23 जनवरी को कमेड़ गांव से आरएसएस कार्यकर्ता हिम्मत पाटीदार का चेहरा जलाकर हत्या कर देने की सूचना उसके पिता ने ही पुलिस को दी थी.

उन्होंने बताया कि प्रारंभिक रूप से परिजनों ने मृतक की पहचान कपड़ों और सामान के आधार पर हिम्मत के रूप में की थी. लेकिन जब जांच आगे बढ़ी, तो पुलिस को पता चला कि हिम्मत के खेत पर काम करने वाला कर्मचारी मदनलाल मालवीय (32) गायब है.

पुलिस को पहले संदेह हुआ कि मदनलाल ही हिम्मत की हत्या करने बाद फ़रार हो गया, लेकिन जब हिम्मत की डायरी से बीमा नंबर, एफडी, पिन नंबर आदि की जानकारी मिली और हिम्मत के फोन का सारा डाटा गायब मिला, तो मामले को लेकर शक पैदा हुआ.

एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि पुलिस ने शंका दूर करने के लिए लाश का डीएनए टेस्ट करवाया तो पूरे मामले का भंडाफोड़ हो गया. डीएनए टेस्ट में साबित हो गया कि खेत से जो लाश मिली है, वह हिम्मत की न होकर उसके खेत में काम करने वाले मदनलाल की है.

उन्होंने कहा कि डीएनए जांच के लिए लाश के नमूने की जांच में हिम्मत के पिता के नमूनों से मिलान नहीं हुआ. इसके बाद पुलिस ने मदनलाल के परिजन से शव के डीएनए का मिलान किया तो उससे मिलान हो गया, इससे हत्याकांड का खुलासा हो गया.

एसपी ने बताया कि आरोपी हिम्मत ने हत्या के बाद मृतक मदनलाल के शरीर के पूरे कपड़े बदल दिए लेकिन उसका अंडरवियर नहीं बदला जो कि बाद में मदनलाल की पत्नी द्वारा पहचान लिया गया.

पुलिस ने स्पष्ट किया कि हिम्मत आरएसएस की शाखाओं में भाग लेता था लेकिन आरएसएस संगठन में कोई पदाधिकारी नहीं था.

पुलिस के अनुसार, हिम्मत ने मदनलाल की हत्या का षड्यंत्र 20 लाख रुपये की बीमा राशि के लिये किया था. उसने मदनलाल की हत्या के बाद उसकी कद काठी एक जैसी होने का लाभ उठाया और उसे हिम्मत की लाश बनाकर ख़ुद की हत्या की झूठी कहानी गढ़ दी. हत्या के बाद से हिम्मत फरार है. उसकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने 10 हज़ार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है.

तिवारी ने बताया कि हिम्मत ने भारतीय स्टेट बैंक से क़रीब 20 लाख रुपये का बीमा कराकर नामित पत्नी को बनाया था. वह लेन-देन का काम करता था और लंबे समय से काफ़ी क़र्ज़ में डूबा था. क़र्ज़ चुकाने से बचने और बीमे की राशि हड़पने के लिए उसने पूरी साज़िश रची होगी.

एसपी ने बताया कि पुलिस इस बात की जांच में जुटी है कि हिम्मत के परिजन भी कहीं उसके साथ इस साज़िश में शामिल हैं या नहीं.

आरएसएस कार्यकर्ता की कथित हत्या के इस मामले ने प्रदेश में राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया था और भाजपा ने कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को लेकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए प्रदेश भर में पुतला दहन और प्रदर्शन किए थे.

बीते 17 जनवरी को मध्य प्रदेश के मंदसौर में भाजपा नेता प्रहलाद बंधवार की गोली मारकर हत्या कर दी थी. वह मंदसौर नगर पालिका के अध्यक्ष थे. घटना के अगले दिन इस हत्या के संबंध में पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ता मनीष बजरंगी को राजस्थान से गिरफ़्तार किया था.

इसके बाद बीती 20 जनवरी को भाजपा नेता मनोज ठाकरे मृत पाए गए थे.

मालूम हो कि मंदसौर, बड़वानी और रतलाम ज़िले में भाजपा से जुड़े लोगों की हत्याओं के सिलसिले में भाजपा ने प्रदेश में कांग्रेस सरकार को घेरते हुए कानून एवं व्यवस्था का सवाल खड़े किए थे.

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए थे. इस हत्याओं को लेकर उन्होंने लगातार ट्वीट किए हैं.

उन्होंने कहा था, ‘प्रदेश में अराजकता के हालात हैं. हमारे साथी भाजपा कार्यकर्ता मनोज ठाकरे की हत्या पर कांग्रेस सरकार और उसके मंत्री फालतू की इधर-उधर की बातें छोड़कर हत्यारों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करें. हत्याओं पर कांग्रेस सरकार के मंत्री और उनके पूर्व मुख्यमंत्री शर्मनाक बयान दे रहे हैं, उन्हें लज्जा भी नहीं आती. पूरे बड़वानी ज़िले को मनोज के हत्यारों की गिरफ्तारी चाहिए.’

 

हिम्मत पाटीदार की कथित हत्या पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा था, ‘रतलाम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक श्री हिम्मत पाटीदार को सादर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. उनकी हत्या की खबर से मन व्यथित है. सरकार से उनके हत्यारों को शीघ्र पकड़ने की मांग करता हूं.’

प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा का वास्तविक चरित्र सामने आ रहा है: गृह राज्य मंत्री

मामले में पुलिस के इस खुलासे के बाद मध्य प्रदेश की नई कांग्रेस सरकार ने भाजपा की निंदा करते हुए कहा कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद इनका वास्तविक चरित्र सामने आ रहा है.

प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन ने भोपाल में बीते सोमवार को संवाददाताओं से कहा, ‘प्रदेश की 40 दिन पुरानी कांग्रेस की सरकार पर भाजपा कानून एवं व्यवस्था का सवाल उठा रही है जबकि मंदसौर और रतलाम में हुए हत्याकांड में भाजपा से जुड़े लोग आरोपी के तौर पर सामने आए हैं.’

उन्होंने कहा कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन को भाजपा पचा नहीं पा रही है और सत्ता परिवर्तन के बाद इनका वास्वविक चरित्र सामने आ रहा है.

बच्चन ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘उनके आदमी हिम्मत पाटीदार द्वारा मारे गए दलित व्यक्ति के परिवार को सांत्वना देने चौहान क्या उसके घर जाएंगे. उन्होंने (चौहान) इस खुलासे पर अब तक कोई ट्वीट भी नहीं किया.’

दरअसल, बच्चन 20 जनवरी को बड़वानी ज़िले में भाजपा नेता मनोज ठाकरे (48) की लाश पाए जाने के कुछ मिनट बाद ही चौहान द्वारा ट्वीट करने का अप्रत्यक्ष तौर पर ज़िक्र कर रहे थे. बड़वानी की घटना पर चौहान ने ट्वीट पर कहा था, ‘भाजपा नेता मारे जा रहे हैं. यह गंभीर चिंता का विषय है.’

बच्चन ने कहा कि पुलिस बड़वानी हत्याकांड का भी जल्द ही खुलासा कर देगी. गृहमंत्री ने कहा, ‘दोनों हत्याकांड का थोड़े ही वक्त में खुलासा हो गया है और आरोपी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर भाजपा से जुड़े हैं. प्रदेश में सत्ता परिवर्तन को भाजपा पचा नहीं पा रही है. सत्ता परिवर्तन के बाद इनका वास्तविक चरित्र सामने आ गया है.’

बच्चन ने सख़्त लहज़े में कहा कि प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सभी संभव कदम उठाए जाएंगे और जो कोई भी कानून को हाथ में लेगा उसके ख़िलाफ़ सख़्ती से निपटा जाएगा.

उन्होंने कहा कि हम आरोपियों के ख़िलाफ़ तुरंत कार्रवाई कर रहे हैं तथा हम प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था का बेहतर बातावरण बनाना चाहते हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)