महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर अलीगढ़ में अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडेय ने गांधी के पुतले पर गोली चलाकर शौर्य दिवस मनाया था.
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में बुधवार को अखिल भारत हिंदू महासभा की नेता पूजा शकुन पांडेय ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि को शौर्य दिवस के रूप में मनाते हुए उनके पुतले को गोली मारी और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे की तस्वीर को माला पहनाई.
सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद महासभा की नेता पूजा की भाजपा के बड़े नेताओं के साथ की तस्वीरें सामने आ रही हैं.
नेताओं के साथ की यह तस्वीरें पूजा द्वारा उनके फेसबुक अकाउंट पर साझा की गई थीं, इसमें वे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा की वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री उमा भारती के साथ दिख रही हैं.
19 मार्च 2017 को शेयर की गई ये तस्वीरें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह की हैं, जिनमें वे करणी सेना प्रमुख लोकेन्द्र कालवी समेत विभिन्न धार्मिक नेताओं के साथ दिख रही हैं.
उनके फेसबुक अकाउंट पर स्थानीय स्तर पर हुए अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यक्रम दिखते हैं, जहां तीन तलाक के खिलाफ आंदोलन, मुस्लिम महिलाओं के लिए ‘मुस्लिम नारी उत्थान यज्ञ’, नमाज़ पढ़े जाने के बाद सड़क के शुद्धिकरण से लेकर नाथूराम गोडसे के जन्मदिन पर शुभकामना संदेश भी हैं.
मालूम हो कि 30 जनवरी को अलीगढ़ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर अखिल भारत हिंदू महासभा द्वारा महात्मा गांधी के पुतले पर गोली चलाने का वीडियो सामने आया था.
इस वीडियो में संगठन की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडेय गांधी जी के पुतले को गोली मारते हुए नज़र आ रही हैं. इसके बाद कार्यकर्ताओं ने इस पुतले को जलाया. कार्यकर्ताओं ने नाथूराम गोडसे की तस्वीर को माला पहनते हुए मिठाई बांटी.
पुलिस ने इस मामले में पूजा शकुन पांडेय समेत 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए महासभा के दो कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है.
एनडीटीवी की खबर के अनुसार पूजा ने मीडिया से बात करते हुए यह भी कहा कि उनके संगठन ने गांधी की ‘हत्या दोहराने’ की नई परंपरा शुरू की है, जैसे दशहरे पर रावण दहन होता है.
वहीं महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूजा शकुन पांडेय के पति अशोक पांडेय ने भी इसी तरह का तर्क दिया. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, ‘हमें इसमें कुछ गलत नहीं लगता क्योंकि देश में रावण दहन भी उस घटना को दोहराते हुए किया जाता है. हमने ऐसा अपने दफ्तर के परिसर के अंदर किया है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘वो (गांधी) बंटवारे के लिए भी जिम्मेदार थे… 10 लाख से ज्यादा हिंदू मारे गए थे.’ उन्होंने यह भी बताया कि वे इस घटना के समय मौजूद थे.