इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एडवाइज़री जारी करते हुए कहा था है कि आतंकवाद के चलते पाकिस्तान जाने से पहले दोबारा सोचें अमेरिकी नागरिक.
वाशिंगटन: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है कि वह तुरंत सभी आतंकवादी समूहों को समर्थन और सुरक्षित पनाह देना बंद करे.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने गुरुवार देर रात जारी एक बयान में कहा, ‘अमेरिका पाकिस्तान से अपील करता है कि वह अपनी जमीन से आतंकी गतिविधियां चलाने वाले ऐसे सभी आतंकवादी समूहों को समर्थन और सुरक्षित पनाह तुरंत बंद करे जिनका एकमात्र लक्ष्य क्षेत्र में अव्यवस्था, हिंसा और आतंक फैलाना है.’
उन्होंने कहा, ‘यह हमला आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका और भारत के सहयोग और साझेदारी को और बढ़ाने के हमारे संकल्प को और मजबूत बनाता है.’
सैंडर्स ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तानी में स्थित आतंकवादी संगठन द्वारा पुलवामा हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता है.
मालूम हो कि पाकिस्तान से गतिविधियां चलाने वाले समूह जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) ने पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली है. हमले में सीआरपीएफ के लगभग 40 जवान शहीद हुए हैं और कई गंभीर रूप से घायल हैं.
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव ने कहा, ‘हम इस क्रूर हमले में पीड़ितों के परिवारों, भारत सरकार और भारतीय लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं.’
आतंकवाद के चलते पाकिस्तान न जाएं अमेरिकी
इससे पहले गुरुवार को ही अमेरिका ने आतंकवाद के चलते अपने नागरिकों को पाकिस्तान न जाने की सलाह दी थी.
अमेरिका ने मुख्य रूप से आतंकवाद और पाकिस्तान के भीतर या उसके समीप नागरिक विमानों को होने वाले खतरे के कारण अपने नागरिकों से पाकिस्तान की यात्रा पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है.
संघीय विमानन प्रशासन ने बुधवार को जारी एक नोटिस में कहा कि आतंकवादी समूह पाकिस्तान में संभावित हमलों की योजना बना रहे हैं.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपने ताजा यात्रा परामर्श में कहा, ‘आतंकवाद के कारण पाकिस्तान की यात्रा पर पुन: विचार करें.’
उसने अमेरिकी नागरिकों से आतंकवाद और सशस्त्र संघर्ष की संभावना के कारण पूर्व संघीय प्रशासित जनजातीय इलाकों (एफएटीए) और कश्मीर के पाकिस्तान के कब्जे वाले हिस्से समेत बलूचिस्तान तथा खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की यात्रा ना करने के लिए कहा है.
मंत्रालय ने कहा कि आतंकवादी समूह पाकिस्तान में हमलों की योजना बना रहे हैं. आतंकवादी परिवहन के हब, बाजार, शॉपिंग मॉल, सैन्य प्रतिष्ठानों, हवाई अड्डों, विश्वविद्यालयों, पर्यटक स्थलों, स्कूलों, अस्पतालों, प्रार्थना स्थलों और सरकारी केंद्रों को निशाना बना सकते हैं.
उसने कहा कि पिछले कई वर्षों में बड़े पैमाने पर आतंकवादी हमलों से सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. अपने नागरिकों से कश्मीर के पाकिस्तान के कब्जे वाले हिस्से में न जाने का अनुरोध करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि ऐसा पता चला है कि इलाके में आतंकवादी समूह सक्रिय हैं.
उसने कहा, ‘भारत और पाकिस्तान के बीच सशस्त्र संघर्ष का खतरा बना हुआ है. भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच नियंत्रण रेखा पर बार-बार गोलीबारी होती है.’
इस बीच पाकिस्तान ने कहा कि पुलवामा जिले में आतंकवादी हमला ‘गंभीर चिंता का विषय है’ और कहा कि भारत सरकार और मीडिया द्वारा इस हमले को पाकिस्तान से जोड़ा जाना गलत है.’
गुरुवार देर रात पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, ‘हमने हमेशा घाटी में हिंसक घटनाओं की निंदा की है.’
पाकिस्तान ने यह खारिज किया कि वह कहीं से भी इस हमले से जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा, ‘हम जांच के बगैर इस हमले से पाकिस्तान को जोड़ने की भारतीय सरकार के किसी भी व्यक्ति या मीडिया की कोशिशों को सिरे से खारिज करते हैं.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)