नासिक-मुंबई किसान मार्च: महाराष्ट्र पुलिस ने दूसरी बड़ी रैली से पहले लोगों को हिरासत में लिया

नंदूरबार ज़िले के किसान संगठन सत्यशोधक शेतकरी सभा ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र पुलिस ने उनके 3000 लोगों को हिरासत में लिया था. नासिक से मुंबई तक किसान मार्च 20 फरवरी से प्रस्तावित है.

नंदूरबार ज़िले के किसान संगठन सत्यशोधक शेतकरी सभा ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र पुलिस ने उनके 3000 लोगों को हिरासत में लिया था. नासिक से मुंबई तक किसान मार्च 20 फरवरी से प्रस्तावित है.

Maharashtra Kisan March
किसान संगठन के लोगों को हिरासत में लेती महाराष्ट्र पुलिस.

मुंबई: महाराष्ट्र पुलिस ने नासिक से मुंबई तक प्रस्तावित किसान मार्च से पहले इसमें जाने वाले एक किसान संगठन के कई लोगों को बीते सोमवार को हिरासत में ले लिया. किसानों द्वारा विरोध प्रदर्शन करने और जिला अधिकारी द्वारा आस्वासन दिए जाने के बाद सोमवार को देर रात हिरासत में लिए गए लोगों को छोड़ा गया.

महाराष्ट्र के नंदूरबार जिले के एक किसान संगठन सत्यशोधक शेतकरी सभा ने 18 फरवरी को पिंपड़नेर में एक सभा आयोजित की थी, जिसके बाद वे नासिक से मुंबई तक होने वाले किसान मार्च में शामिल होने के लिए निकलते. पिंपड़नेर और नासिक के बीच करीब 120 किमी की दूरी है.

हालांकि धुले पुलिस ने इस संगठन के नेता समेत कई कार्यकर्ताओं को सुबह ही हिरासत में ले लिया और इस सभा को आयोजित ही नहीं होने दी. सत्यशोधक शेतकरी सभा के नेता किशोर दामले ने बताया कि पुलिस उन्हें और उनके कार्यकर्ताओं को जबरदस्ती पकड़ कर ले गई और जिलाधिकारी एवं अलग-अलग थानों में दिन भर बिठा के रखा.

दामले ने द वायर को बताया, ‘हम लोकतांत्रिक तरीके से अपना मार्च निकाल रहे थे लेकिन फिर भी पुलिस ने हमारे करीब 3000 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया. पुलिस ने हमें धमकाते हुए कहा कि आप लोगों को मार्च निकालने नहीं देंगे. ये लोकतंत्र का अपमान है कि लोगों को विरोध प्रदर्शन करने से रोका जा रहा है.’

दामले ने आगे कहा, ‘हमारा संगठन 20 फरवरी को नासिक से मुंबई पैदल मार्च में शामिल होने के लिए निकलने वाला था, जिसके लिए हमने तय किया था कि हम 18 फरवरी को पिंपड़नेर से नासिक जाएंगे, फिर मार्च में शामिल होकर मुंबई पहुंचने की योजना थी.’

किसान संगठन के नेता ने कहा कि जिलाअधिकारी ने लिखित में आस्वासन दिया है कि 24 फरवरी तक मंत्रीमंडल स्तर पर एक बैठक कराएंगे और हमारी समस्याओं का हल निकाला जाएगा. अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो हम फिर से विरोध प्रदर्शन निकालेंगे.

अशोक दामले ने बताया कि चूंकि अब जिलाअधिकारी ने उन्हें आस्वासन दे दिया है इसलिए वे अब 20 तारीख को प्रस्तावित नासिक से मुंबई किसान मार्च में शामिल नहीं होंगे. दामले का दावा है कि उनके संगठन के साथ करीब 10,000 लोग हैं.

बता दें कि 20 फरवरी से ऑल इंडिया किसान सभा (एआईकेएस) की अगुवाई में एक बार फिर किसानों द्वारा अपनी मांगों को लेकर नासिक से मुंबई तक पैदल मार्च निकालने की योजना है. आरोप है कि राज्य की भाजपा सरकार ने किसानों की मांगों को अभी तक पूरा नहीं किया है.

इससे पहले पिछले साल करीब 40 हज़ार किसानों ने नासिक से मुंबई तक मार्च निकाला था और राज्य की विधानसभा के सामने विरोध प्रदर्शन किया था.