विश्व कुश्ती संस्था ने सभी राष्ट्रीय संघों से भारत के साथ संबंध ख़त्म करने को कहा

पाकिस्तानी निशानेबाज़ों को वीज़ा नहीं देने के कारण अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति पहले ही भविष्य में भारत में होने वाले वैश्विक आयोजनों की मेज़बानी पर रोक लगा चुकी है.

(फोटो साभार: इनसाइडस्पोर्ट/फेसबुक)

पाकिस्तानी निशानेबाज़ों को वीज़ा नहीं देने के कारण अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति पहले ही भविष्य में भारत में होने वाले वैश्विक आयोजनों की मेज़बानी पर रोक लगा चुकी है.

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(फोटो साभार: इनसाइडस्पोर्ट/फेसबुक)

नई दिल्ली: यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) ने अपने साथ काम करने वाले सभी राष्ट्रीय संघों से भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के साथ संबंध खत्म करने के लिए कहा है. उसने हाल में भारत में हुए विश्व कप के दौरान पाकिस्तानी निशानेबाजों को वीजा देने से इनकार करने के कारण यह फैसला किया है.

बता दें कि इससे पहले पाकिस्तानी निशानेबाजों को वीजा नहीं देने के कारण अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) ने भी भविष्य में भारत में वैश्विक आयोजनों की मेजबानी पर रोक लगा दी है.

यूडब्ल्यूडब्लयू ने राष्ट्रीय संघों को इस बारे में एक पत्र लिखा है. उसने पत्र में कहा, ‘यूडब्ल्यूडब्ल्यू सभी संबद्ध राष्ट्रीय कुश्ती संघों से अनुशंसा करता है कि वे भारतीय कुश्ती संघ से अपने संबंध समाप्त कर दें.’

दरअसल, भारत ने 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर पाकिस्तानी निशानेबाजों को विश्व कप के लिए वीजा देने से इनकार कर दिया था. नतीजन, आईओसी ने मेन्स 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल इवेंट में मिलने वाले दो ओलिंपिक कोटे रद्द कर दिए थे.

स्क्रॉल डॉट इन के अनुसार, यह आदेश तब तक मान्य रहेगा जब तक कि भारत सरकार आईओसी की चेतावनी के तहत लिखित आश्वासन नहीं दे देती है.

डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण ने कहा कि उन्होंने फिलहाल पत्र नहीं देखा है. वह पत्र देखने के बाद ही कोई टिप्पणी करेंगे.

इससे भारत के जूनियर एशियन चैंपियनशिप के आयोजन करने के अधिकार पर खतरा मंडराने लगा है जिसे लेबनान के इनकार के बाद यूडब्ल्यूडब्ल्यू-एशिया ने भारत को सौंपा था.