नरेंद्र मोदी कैमरे के लिए जीते हैं: राहुल गांधी

इलाहाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सफाईकर्मियों के पैर धोने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वह कैमरे के लिए जीते हैं. कैमरा बंद होने के बाद प्रधानमंत्री ने सफाई कर्मचारियों की समस्या तक नहीं सुनी. इवेंट बनाया और निकल गए, अगले इवेंट के लिए.

(फोटो साभार: ट्विटर/भाजपा)

इलाहाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सफाईकर्मियों के पैर धोने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वह कैमरे के लिए जीते हैं. कैमरा बंद होने के बाद प्रधानमंत्री ने सफाई कर्मचारियों की समस्या तक नहीं सुनी. इवेंट बनाया और निकल गए, अगले इवेंट के लिए.

(फोटो साभार: ट्विटर/भाजपा)
(फोटो साभार: ट्विटर/भाजपा)

नई दिल्ली: इलाहाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले दिनों सफाई कर्मचारियों के पांव धोने की पृष्ठभूमि में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री कैमरे के लिए जीते हैं और हर चीज़ को एक इवेंट बनाकर अगले इवेंट के लिए निकल लेते हैं.

बीते पांच मार्च को गांधी ने इन सफाईकर्मियों से जुड़ी एक ख़बर शेयर करते हुए कहा, ‘नरेंद्र मोदी, कैमरे के लिए जीते हैं. कैमरा बंद होने के बाद प्रधानमंत्री ने सफाई कर्मचारियों की समस्या तक नहीं सुनी. इवेंट बनाया और निकल गए, अगले इवेंट के लिए.’

मालूम हो कि बीते 24 फरवरी को नरेंद्र मोदी ने इलाहाबाद में चल रहे कुंभ के दौरान संगम में स्नान किया था. इसके बाद उन्होंने कुंभ मेले में साफ-सफाई का काम देख रहे सफाई कर्मचारियों से बातचीत की थी.

इस दौरान प्रधानमंत्री ने पांच सफाईकर्मियों के पैर धोए और पोछे थे. इसके साथ ही उन्हें शॉल भेंट की थी. मोदी से सफाइकर्मियों को वास्तविक कर्मयोगी बताया था.

अब गांधी ने जो ख़बर शेयर की है उसके मुताबिक प्रधानमंत्री ने जिन सफाईकर्मियों के पैर धोए थे वो फिर से पुराने हालात में काम करने को विवश हैं.

विश्वविद्यालय नियुक्तियों में 13 पॉइंट रोस्टर लागू करने और आदिवासियों की ओर से बीते पांच मार्च को बुलाए गए भारत बंद आंदोलन का भी राहुल गांधी ने समर्थन किया.

एक ट्वीट कर उन्होंने कहा, हमारे आदिवासी और दलित भाई-बहन संकट में हैं. प्रधानमंत्री की झूठी कसमों और झूठे वादों ने आज उन्हें सड़कों पर उतरने को मजबूर कर दिया है. उनके जंगल और जीवन के अधिकार पर निरंतर हमला हुआ है. मैं पूरी तरह से उनके साथ हूं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)