पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि लोगों को सच से वंचित रखा जा रहा है क्योंकि राष्ट्रीय मीडिया का एक तबका नरेंद्र मोदी को सपोर्ट कर रहा है. यह शर्म की बात है कि मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव जीतने के लिए जवानों के ख़ून पर राजनीति करने वालों की निंदा की है. बीते मंगलवार को उन्होंने कहा कि उन्हें उन लोगों से देशभक्ति का सबक सीखने की ज़रूरत नहीं है जिन लोगों ने राष्ट्रपिता की हत्या की.’
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि देश के नागरिक के रूप में उन्हें बोलने का हक़ है और कहा कि बालाकोट में आतंकवादी शिविर पर हवाई हमले के परिणाम के बारे में जो भी पूछ रहा है उसे पाकिस्तानी या गद्दार क़रार दिया जा रहा है.
बनर्जी ने कोलकाता स्थित राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से कहा, ‘ऐसा नहीं हो सकता कि जवानों के ख़ून पर राजनीति कर कोई चुनाव जीत जाए. जवान का ख़ून देश के लिए है. जवान देश के लिए काम करते हैं और वे राजनीति नहीं करते. मैं उन लोगों की निंदा करती हूं जो जवानों के ख़ून पर राजनीति करते हैं.’
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार ममता बनर्जी ने सवाल उठाया, ‘पुलवामा आतंकी हमला क्यों हुआ. क्यों इतने सारे जवान मारे गए. जवानों के शवों पर राजनीति क्यों की जा रही है. खुफिया सूचना होने के बाद भी जवानों को बचाने के लिए कोई एक्शन क्यों नहीं लिया गया. इस आतंकी घटना के लिए कौन ज़िम्मेदार हैं.’
उन्होंने कहा, ‘मैं उन सभी की निंदा करती हूं, जो जवानों की मौत का राजनीतिकरण कर रहे हैं.’
ममता ने कहा, ‘मुझे भारतीय होने का गर्व है. जो भी इन मुद्दों का उठा रहा है उन्हें देशद्रोही और पाकिस्तानी बताया जा रहा है. मेरे पिता भी एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे और हमें उन लोगों से राष्ट्रवाद का सबक लेने की ज़रूरत नहीं जिन्होंने गांधीजी की हत्या की थी.’
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, उन्होंने कहा कि भाजपा नरेंद्र मोदी-अमित शाह प्राइवेट कंपनी के रूप में सिमट गई है. ममता बनर्जी ने कहा, ‘यह शर्म की बात है कि मोदी बाबू देश के प्रधानमंत्री हैं. लोगों को सच से वंचित रखा जा रहा है क्योंकि राष्ट्रीय मीडिया का एक तबका उन्हें (मोदी) सपोर्ट कर रहा है.’
उन्होंने कहा, ‘देश और यहां के लोगों के लिए हम मोदी और भाजपा के ख़िलाफ़ हैं. मोदी और शाह ने भाजपा को अपनी प्राइवेट कंपनी बना दिया है. पार्टी में किसी दूसरे नेता की कोई अहमियत नहीं है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)