उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की घोषणा. बद्रीनाथ और केदारनाथ मंदिर का पूरा प्रबंधन और प्रशासन यही समिति करती है.
देहरादून: उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने उद्योगपति मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी को बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति का सदस्य नियुक्त किया है. इसकी जानकारी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दी.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ऐसा देखा गया है कि जब भी मुकेश अंबानी के परिवार में कुछ भी महत्वपूर्ण आयोजन होता है तो वे लोग यहां पूजा-अर्चना के लिए आते हैं. पिछले साल मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी की शादी के लिए परिवार के लोगों ने बद्रीनाथ और केदारनाथ का दर्शन कर आशीर्वाद लिया था.
उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में केदारनाथ मंदिर मंदाकिनी नदी के तट पर बसा है. यह शिव का मंदिर है.
एनडीटीवी खबर के मुताबिक हिंदुओं के चार धामों में शामिल इस मंदिर का पूरा प्रबंधन और प्रशासन यही कमेटी करती है, जिसमें अनंत को जगह मिली है.
उत्तराखंड के चार धामों में से एक केदारनाथ धाम मंदिर के कपाट करीब छह महीने तक बंद रहने के बाद 9 मई को फिर से खुलेंगे. अधिकारियों ने महाशिवरात्रि के दिन ये जानकारी दी. कपाट खोलने की तारीख और समय की घोषणा महाशिवरात्रि के अवसर पर रुद्रप्रयाग जिले के उखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में की गई.
Uttarakhand Chief Minister Trivendra Singh Rawat appoints industrialist Mukesh Ambani’s son Anant Ambani as a member of Badrinath Kedarnath Temple Committee. (File pics) pic.twitter.com/lmpXjOa0Uj
— ANI (@ANI) March 8, 2019
अमर उजाला के मुताबिक मुकेश अंबानी के बेटे अनंत ने इस समिति में आने की इच्छा उत्तराखंड सरकार से जताई थी.
दैनिक भास्कर के मुताबिक बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति में अनंत अंबानी के अलावा इंद्रमणी गैरोला, चंद्रकला ध्यानी, अनिल कंसल, रामसूरत नौटियाल, ऋषि सती, अरुण मैठाणी, धीरज पंचभैया मोनू, राजपाल सिंह पुंडीर को भी सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया है.
वहीं अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य के अन्तर्गत असगर अली, राव कालेखां, अब्दुल हफीज, हेमंत जोजफ, मास्टर शकील, संतोष नागपाल, तसलीम व गुलाम मुस्तफा का नाम भी शामिल है.