महाराष्ट्र के पालघर ज़िले में स्थित नालासोपारा के एक स्कूल का मामला. पुलिस ने बताया कि इन शिक्षकों को चुनाव संबंधी काम जून 2018 से इस साल फरवरी के बीच करने थे.
पालघर: महाराष्ट्र के पालघर जिले में चुनाव संबंधी कार्य करने से कथित तौर पर इनकार करने वाले कम से कम 26 शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
पालघर पुलिस प्रवक्ता हेमंत कुमार कातकर ने बुधवार को बताया कि नालासोपारा इलाके के एक स्कूल के शिक्षकों को मतदाता सूची अद्यतन करने एवं चुनाव संबंधित अन्य कार्यों के लिए पिछले साल बूथ स्तरीय अधिकारियों के तौर पर नियुक्त किया गया था.
उन्होंने बताया कि इन शिक्षकों को ये काम जून 2018 से इस साल फरवरी के बीच करने थे.
हालांकि उन्होंने बताया कि इलाके के चुनाव पंजीकरण प्रभारी अधिकारी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि 26 शिक्षकों ये कार्य नहीं किए.
कातकर ने बताया कि शिकायत के आधार पर इन शिक्षकों के खिलाफ मंगलवार को लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 32 (1) (मतदाता सूची तैयार करने के संबंध में आधिकारिक कर्तव्य का उल्लंघन) के तहत मामला दर्ज किया गया.
10वीं और 12वीं के शिक्षक चुनाव संबंधित कार्य नहीं करेंगे
मुंबई: निर्वाचन आयोग के अनुसार महाराष्ट्र में 10वीं और 12वीं कक्षा के 50,000 से ज्यादा शिक्षक अब लोकसभा चुनाव से संबंधित कार्य नहीं करेंगे.
सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी एएन वल्वी ने बुधवार को एक सर्कुलर जारी करके 10वीं और 12वीं के शिक्षकों को चुनाव से संबंधित कार्यों से बाहर रखा है. इनकी संख्या 50,000 से ज्यादा है.
महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं आयोजित की है.
राज्य की सभी 48 सीटों पर चार चरणों में 11 अप्रैल से 29 अप्रैल के बीच चुनाव आयोजित होगी.
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षकों के एक संगठन ‘शिक्षक भारती’ ने यह मुद्दा उठाया था और कहा था कि शिक्षकों को चुनाव के कार्य में जोड़ने से इन दोनों परीक्षाओं के परिणाम आने में देर हो सकती है.
कई विभागों के साथ बातचीत करने के बाद निर्वाचन अधिकारी ने इन शिक्षकों को चुनाव ड्यूटी से बाहर रखने का निर्णय लिया है. अन्य कक्षाओं के शिक्षकों को ड्यूटी से बाहर नहीं रखा गया है.
बता दें, महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव चार चरणों में होंगें. राज्य में लोकसभा की 48 सीटें हैं.