कांग्रेस की ‘न्याय’ योजना पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा, कांग्रेस-भाजपा एक ही थाली के चट्टे-बट्टे

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि भाजपा का कांग्रेस पार्टी पर आरोप सही है कि उसकी गरीबी हटाओ 2.0 का नारा चुनावी धोखा है, लेकिन भाजपा खुद के अंदर भी झांके.

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बसपा प्रमुख मायावती. (फोटो: पीटीआई)

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि भाजपा का कांग्रेस पार्टी पर आरोप सही है कि उसकी गरीबी हटाओ 2.0 का नारा चुनावी धोखा है, लेकिन भाजपा खुद के अंदर भी झांके.

बसपा प्रमुख मायावती. (फोटो: पीटीआई)
बसपा प्रमुख मायावती. (फोटो: पीटीआई)

लखनऊ:  बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस और भाजपा ‘एक ही थाली के चट्टे-बट्टे’ हैं.

मायावती ने ट्वीट कर कहा, ‘गरीबों, मजदूरों, किसानों आदि के हितों की उपेक्षा के मामले में दोनों ही पार्टियां  (भाजपा और कांग्रेस) एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं.’

उन्होंने कहा कि सत्ताधारी भाजपा का कांग्रेस पार्टी पर यह आरोप सही है कि उसकी गरीबी हटाओ 2.0 का नारा चुनावी धोखा है, लेकिन भाजपा खुद के अंदर भी झांके. लेकिन क्या चुनावी धोखा व वादाखिलाफी का अधिकार केवल भाजपा के पास ही है ?

मायावती की यह टिप्पणी कांग्रेस द्वारा न्यूनतम आय योजना लाए जाने की घोषणा और भाजपा द्वारा उसे ‘छलावा’ बताये जाने के संबंध में आया है.

मालूम हो कि सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष ने कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के बाद न्यूनतम आय योजना की घोषणा की थी. उन्होंने कहा था कि अगर उनकी पार्टी सरकार में आती है, तो देश के हर गरीब परिवार को सालाना 72 हजार रुपये दिए जाएंगे.

राहुल गांधी ने कहा था, ‘पिछले पांच वर्षों में देश की जनता को बहुत मुश्किलें सहनी पड़ी हैं. हमने निर्णय लिया है और हम हिंदुस्तान के लोगों को न्याय देने जा रहे हैं. यह न्याय, न्यूनतम आय गारंटी है. ऐसी योजना दुनिया में कहीं नहीं है.’

उन्होंने कहा था कि इससे पांच करोड़ परिवारों यानी 25 करोड़ लोगों को फायदा होगा.

उन्होंने कहा, ‘हम 12,000 रुपये महीने की आय वाले परिवारों को न्यूनतम आय गारंटी देंगे. कांग्रेस गारंटी देती है कि वह देश में 20 फीसदी सबसे गरीब परिवारों में से प्रत्येक को हर साल 72,000 रुपये देगी. यह पैसा उनके बैंक खाते में सीधा डाल दिया जाएगा.’

उन्होंने इसे दुनिया की सबसे बड़ी न्यूनतम आय योजना करार देते हुए कहा कि यह गरीबी पर आखिरी हमला है. यह योजना चरणबद्ध तरीके से चलाई जाएगी.

मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने न्यूनतम आय योजना (न्याय) को गरीबी पर पार्टी की सर्जिकल स्ट्राइक करार देते हुए हिंदुस्तान से गरीबी को खत्म करने की बात कही.

इस योजना के एलान के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राहुल गांधी के ‘न्यूनतम आय’ योजना पर निशाना साधा. जेटली ने कहा कि कांग्रेस ने 50 सालों में सिर्फ गरीबी हटाओ का नारा दिया मगर उसके लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाये. उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस पर देश की जनता को गुमराह करने का आरोप भी लगाया.

नोटबंदी के कारण मजदूरी करने पर मजबूर हैं कामगार: मायावती

बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को नोटबंदी को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर एक बार फिर से निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 2016 में हुई नोटबंदी के कारण कामगार बेरोजगार होकर गांव वापस लौटकर मजदूरी करने के लिए मजबूर हैं.

बीएसपी प्रमुख ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘अपरिपक्व तरीके से थोपी गई नोटबंदी की आर्थिक आपातकाल का कुप्रभाव भले ही धन्नासेठों पर न पड़ा हो, किन्तु ग्रामीण भारत पर इसका बहुत ही बुरा प्रभाव जारी है. कामगार बेरोजगार होकर गांव वापस लौटने और मजदूरी करके गुजर-बसर करने पर मजबूर हैं, आंकड़े गवाह हैं. क्या बीजेपी माफी मांगेगी?’

गौरतलब है कि इससे पहले मायावती ने गरीबी और बेरोजगारी के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों दोनों की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया था. मायावती ने कहा था कि यूपी में उनकी सरकारों में सर्वसमाज के लाखों लोगों को रोजगार दिया गया था.

उन्होंने कहा, ‘देश में हर तरफ़ फैली गरीबी और बेरोजगारी कांग्रेस और भाजपा सरकारों की गलत नीतियों का परिणाम है .यह जटिल समस्या ‘हर हाथ को काम’ देने की बसपा की नीति व उसकी दृढ़ इच्छाशक्ति से ही दूर हो सकती है जो उत्तर प्रदेश में मेरी सरकारों में सर्वसमाज के लाखों लोगों को रोजगार देकर किया गया था.’

 (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)